ज्योतिष में राशि चक्र की दूसरी राशि है वृष और इसका चिह्न बैल है। बैल स्वभाव से ही अधिक परिश्रमी होता है, वह शांत रहता है, लेकिन क्रोध आने पर वह उग्र रूप धारण कर लेता है, यही स्वभाव वृष राशि के लोगों का भी होता है।
बुधवार को शतभिषा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं।
फेंगशुई चीन का वास्तुशास्त्र है। घरों का निर्माण किस प्रकार करें, कैसे घरों को सुंदर बनाएं, घरों में क्या-क्या सामान होना चाहिए ऐसी बातों के उत्तर मिलते हैं फेंगशुई में।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार, हथेली की बनावट, रेखाएं और उनसे बनने वाले कुछ निशान यानी छोटी-छोटी रेखाओं से बनने वाली आकृतियां भी भविष्य में होने वाले बदलाव की ओर इशारा करती हैं।
3 दिसंबर, मंगलवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। मंगलवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
हमारे सपनों की दुनिया वास्तविक दुनिया से काफी अलग है। इसमें वह सब कुछ देख सकते हैं जो वास्तविक दुनिया में होता ही नहीं है जैसे- मुर्दे से बात करना ।
इस बार दिसंबर में 5 रविवार, सोमवार और मंगलवार होने से सूर्य, चंद्र और मंगल का विशेष प्रभाव रहेगा। इन 3 ग्रहों की स्थिति से देश में बड़े बदलाव और घटनाएं होने की संभावना बन रही है।
सोमवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन सूर्योदय श्रवण नक्षत्र में होगा। इसके बाद दोपहर लगभग 12.45 के बाद धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। सोमवार को श्रवण नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है।
ज्योतिष में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से 2 ग्रह राहु और केतु छाया ग्रह हैं। आमतौर पर इन्हें अशुभ ग्रह माना जाता है।
1 दिसंबर, रविवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इसे विवाह पंचमी भी कहते हैं। इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से अमृत और उसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।