Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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होली से पहले उजड़ गया मांग का सिंदूर, 18 फरवरी को इस इकलौते चिराग जांबाज सैनिक का जन्मदिन भी था

Feb 10 2020, 12:07 PM IST

जयपुर, राजस्थान. अपने जन्मदिन के 8 दिन पहले यहां का एक बहादुर यौद्धा मातृभूमि पर मर-मिटा। करीब 17 साल की देशसेवा के बाद यह जांबाज अगले साल रिटायर होने वाला था। सैनिक ने अपने दोस्तों से प्रॉमिस किया था कि रिटायरमेंट की जबर्दस्त पार्टी देगा। उधर, पत्नी को भी इंतजार था कि पति के जन्मदिन पर वो कुछ खास करेगी। होली पर कुछ अलग तरह का रंग जमाएगी, लेकिन सब खत्म हो गया। हालांकि परिवार को फक्र है कि वो उसने देश पर अपनी जान न्यौछावर की है। उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जबर्दस्त गोलीबारी की थी। इसमें लुहाकना खुर्द का लांस नायक राजीव सिंह शेखावत शहीद हो गए थे। सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया।

बगैर हेलमेट के कभी बाइक नहीं चलाता था अमन, लेकिन उस रोज मामा हेलमेट लेकर चले गए थे

Jan 18 2020, 12:11 PM IST

जालंधर, पंजाब. यह हादसा एक सबक है। सर्वोदय हास्पिटल में 10 सितंबर, 2018 से भर्ती अमन अवस्थी की बाइक एक कार से जा टकराई थी। उनके सिर में गहरी चोट पहुंची। अमन को अब होश आ चुका है, लेकिन उनकी स्थिति अब भी घर जाने की नहीं है। उनका परिवार इसी उम्मीद में है कि अमन जल्द घर लौटेगा। यह तो हॉस्पिटल प्रबंधन की दरियादिली है कि उसे पिछले एक साल से इलाज का पैसा तक लेना बंद कर दिया है। अमन अब यही कहता है कि पुलिस के डर से हेलमेट नहीं, अपने लिए और अपने परिवार के लिए हेलमेट पहनें। अमन की एक छोटी बहन भी है। उसके पिता संदीप अवस्थी बिजली निगम में कैशियर हैं। अमन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा में फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। लेकिन सारा सपना टूट गया। पिता उसे विदेश पढ़ने भेजना चाहते थे।
 

वर्ल्ड रिकॉर्ड: 5 घंटे में 650 किलो वजनी कढ़ाई में पकाई गई 25000 लोगों के लिए 1995 किलो खिचड़ी

Jan 14 2020, 05:58 PM IST

मंडी, हिमाचल. मकर संक्रांति पर तत्तापानी में 14 जनवरी को आयोजित भव्य मेले में 1995 किलो खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड रचा गया। मकर संक्रांति पर इस मेले का विशेष महत्व होता है। तत्तापानी को ऋषि जमदगनी की तपोस्थली माना जाता है। यहां हजारों की संख्या में लोगों ने गर्म पानी के चश्मों में डुबकी लगाई। मकर संक्रांति पर यहां तीन दिनों तक धार्मिक आयोजन होते हैं। यहां सिर्फ हिमाचल नहीं, दूसरे राज्यों से भी लोग पहुंचते हैं। माना जाता है कि मकर संक्रांति पर यहां नहाने से तमाम तरह के चर्म रोग दूर हो जाते हैं। वहीं, श्रद्धालु अपने ग्रहों के दोष दूर करने तुलादान भी करते हैं। यहां सतलुज नदी बहती है। यह आयोजन हिमाचल पर्यटन विभाग कराता है। इस बार  4 फीट ऊंचे और 6 फीट चौड़े पतीले में खिचड़ी बनाई गई। यह बर्तन हरियाणा से लाया गया था। खिचड़ी बनाने में करीब 5 घंटे का समय लगा। चूल्हे से बर्तन को उतारने क्रेन की मदद ली गई। यह खिचड़ी करीब 25000 लोगों में बांटी गई।