सार
2024 में भी कई कंपनियों के आईपीओ मार्केट में आने को तैयार हैं। इन्हीं में से एक है SME कैटेगरी की कंपनी ग्रीनटेक वेंचर्स लिमिटेड का आईपीओ। इस IPO को इन्वेस्टर्स का जबर्दस्त रिस्पांस मिला है और ये 730 गुना सब्सक्राइब हुआ है।
Greenhitech Ventures IPO: शेयर मार्केट में निवेश के लिए सबसे अच्छा और सुरक्षित ऑप्शन आईपीओ है। कई निवेशक आईपीओ में पैसा लगाकर ही मोटी कमाई करते हैं। 2023 के बाद अब 2024 में भी कई कंपनियों के आईपीओ मार्केट में दस्तक देने वाले हैं। इन्हीं में से एक है पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स टेडर कंपनी ग्रीनटेक वेंचर्स लिमिटेड का आईपीओ। बता दें कि इसे निवेशकों का इतना अच्छा रिस्पांस मिला कि ये 730 गुना सब्सक्राइब हो चुका है।
ग्रीनटेक वेंचर्स (Greenhitech Ventures IPO) ने बनाया रिकॉर्ड
ग्रीनटेक वेंचर्स लिमिटेड (Greenhitech Ventures) के आईपीओ को 730 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। बता दें कि इस आईपीओ में निवेश करने की लास्ट डेट 16 अप्रैल थी। ये आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12 अप्रैल को ओपन हुआ था।
12.6 लाख इक्विटी शेयर के बदले मिली 91.94 करोड़ बोलियां
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी ने आईपीओ में 12.6 लाख इक्विटी शेयर जारी किए थे, लेकिन निवेशकों ने 91.94 करोड़ इक्विटी शेयर की बोलियां लगाईं। मतलब आखिरी दिन तक ये इश्यू 729.67 गुना सब्सक्राइब हो गया। पहले दिन ही ये 15 गुना और दूसरे दिन 103.8 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इस आईपीओ के जरिए कंपनी 6.30 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है।
Greenhitech Ventures IPO का प्राइस बैंड
कंपनी ने Greenhitech Ventures IPO का प्राइस बैंड 50 रुपए प्रति शेयर रखा है। वहीं इसकी फेस वैल्यू 10 रुपए है। इसके एक लॉट का साइज 3000 शेयरों का है। यानी एक लॉट के लिए निवेशकों को 1,50,000 रुपए की बोली लगानी पड़ी। ये एक तरह से फिक्स्ड प्राइस इश्यू कैटेगरी का आईपीओ है।
कब होगा अलॉटमेंट और लिस्टिंग?
Greenhitech Ventures IPO के शेयरों का अलॉटमेंट 18 अप्रैल को होगा। वहीं, जिन निवेशकों को शेयर अलॉट नहीं होंगे, उनके खातों में 19 अप्रैल तक रिफंड आ जाएगा। इसी दिन सफल निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। लिस्टिंग BSE-SME पर 22 अप्रैल को होगी।
क्या करती है कंपनी?
Greenhitech Ventures एक पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स ट्रेडर कंपनी है। कंपनी जैव ईंधन, बिटुमेन और फर्नेस ऑयल समेत विभिन्न उद्योग की जरूरतों के हिसाब से पेट्रोलियम-आधारित उत्पादों का बिजनेस करती है। इसके अलावा सरकारी स्वामित्व वाली भट्टियों में इथेनॉल मैन्युफैचिरंग के संचालन और रखरखाव का काम भी करती है। कंपनी का हेडऑफिस भेलूपुरा, वाराणसी में है। आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल को पूरा करने के लिए करेगी। इसके अलावा कुछ पैसों का उपयोग कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
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