सार
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) में शुक्रवार 27 अक्टूबर को चेयरमैन मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों ईशा, आकाश और अनंत अंबानी को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) में शामिल कर लिया गया। इसके साथ ही रिलायंस में एक नए युग की शुरुआत हुई।
बिजनेस डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) में शुक्रवार 27 अक्टूबर को चेयरमैन मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों ईशा, आकाश और अनंत अंबानी को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) में शामिल कर लिया गया। इसके साथ ही एक नए युग की शुरुआत हुई है। फाइलिंग के मुताबिक, 32 साल के ईशा और आकाश अंबानी को रिलायंस के बोर्ड में नियुक्त होने के लिए 98 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले, जबकि 28 साल के अनंत को 92.75 प्रतिशत वोट मिले। बता दें कि मुकेश अंबानी के तीनों बच्चे पिछले कुछ सालों में रिलायंस ग्रुप के रिटेल, डिजिटल सर्विस और एनर्जी सेक्टर के कारोबार को संभाल रहे हैं।
इससे पहले अनंत की नियुक्ति को लेकर उठे थे सवाल
बता दें कि इससे पहले मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की रिलायंस बोर्ड में नियुक्ति पर सवाल उठे थे। इंस्टिट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज (ISS) ने 12 अक्टूबर को शेयरहोल्डर्स से रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के डायरेक्टर के रूप में अनंत अंबानी की बोर्ड में नियुक्ति के प्रपोजल के खिलाफ वोट करने को कहा था। इसके पीछे तर्क ये दिया गया था कि 28 साल के अनंत अंबानी का एक्सपीरियंस बहुत कम है। उनकी लीडरशिप सिर्फ 6 साल की है और इतने कम अनुभव के चलते बोर्ड में उन्हें शामिल करने पर आपत्ति जताई गई थी।
अनंत की नियुक्ति के सवाल पर रिलायंस ने दिया था ये जवाब
अनंत अंबानी की रिलायंस बोर्ड में नियुक्ति के सवाल पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से कहा गया था कि अनंत के पास बोर्ड मीटिंग्स में वैल्यू ऐड करने के लिए जरूरी अनुभव और मैच्योरिटी है। अनंत कई सालों से ग्रुप का बिजनेस संभाल रहे हैं और उन्हें सीनियर लीडरशिप का अनुभव भी मिल रहा है, जिससे उनकी मैच्योरिटी और बढ़ी है। अनंत बोर्ड मीटिंग्स में अपना योगदान बेहतर तरीके से दे सकते हैं।
ईशा और आकाश अंबानी की नियुक्ति का किया था समर्थन
हालांकि, इंस्टिट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज (ISS) ने मुकेश अंबानी के जुड़वा बच्चों बेटे आकाश और बेटी ईशा अंबानी की रिलायंस के बोर्ड में नियुक्ति का समर्थन किया था। शेयरहोल्डर्स को आकाश, अनंत और ईशा की बोर्ड में नियुक्ति के प्रपोजल पर 26 अक्टूबर तक वोट देना था।
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