सार

पीएम मोदी के कार्यकाल को 9 साल पूरे हो गए हैं। इस दौरान भारत ने अलग-अलग सेक्टर्स में चौतरफा तरक्की की है। खासकर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में भारत की प्रगति देखने लायक है। जानते हैं ट्रांसपोर्ट सेक्टर में मोदी सरकार की 9 उपलब्धियों के बारे में।

9 Years of Modi Government: पीएम मोदी के कार्यकाल को 9 साल पूरे हो गए हैं। 26 मई को नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। तब से अब तक भारत ने अलग-अलग सेक्टर्स में चौतरफा तरक्की की है। खासकर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में भारत की प्रगति देखने लायक है। रेलवे के मॉर्डनाइजेशन से लेकर भारत में बने चमचमाते एक्सप्रेसवे तक, मोदी सरकार के कार्यकाल में देश ने काफी तरक्की की है। आइए जानते हैं ट्रांसपोर्ट सेक्टर में मोदी सरकार की ऐसी ही 9 उपलब्धियों के बारे में।

1- बुलेट ट्रेन (अहमदाबाद-मुंबई)

मोदी सरकार ने रेलवे के मॉर्डनाइजेशन पर काफी फोकस किया है। यही वजह है कि भारत को जल्द बुलेट ट्रेन मिलने वाली है। अहमदाबाद से मुंबई के बीच 508 KM पर देश की पहली बुलेट ट्रेन चलेगी, जिसका काम तेजी से चल रहा है। यह ट्रेन 320 Km/h की रफ्तार से चलेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, भारत की पहली बुलेट ट्रेन अगस्त, 2026 में शुरू हो सकती है। हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर दौड़ने वाली यह बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई का सफर सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में पूरा करेगी, जबकि अभी इस रूट पर ट्रेनों को 6-7 घंटे लगते हैं।

2- वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express)

मोदी सरकार ने देश को सेमी हाईस्पीड ट्रेन 'वंदेभारत' की सौगात दी। देश की पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चली। इस ट्रेन को पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। अब तक देश के अलग-अलग रूटों पर 17 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, जून 2023 तक देश के हर एक राज्य को वंदे भारत ट्रेन मिल जाएगी।

3- रैपिड रेल (Rapid Rail)

मोदी सरकार के कार्यकाल में जल्द ही विदेशों की तरह भारत में भी रैपिड ट्रेन शुरू होने वाली है। ये रैपिड ट्रेन शुरुआत में दिल्ली से मेरठ के बीच चलेगी। रैपिड रेल का ट्रायल रन फरवरी, 2023 में हो चुका है। भारत में रैपिड ट्रेन 180 KM/H की स्पीड से दौड़ेगी। रैपिड ट्रेन का लुक बुलेट ट्रेन की तरह है। फिलहाल दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड ट्रांजिस सिस्टम के तहत 82 किलोमीटर के कॉरिडोर पर काम चल रहा है। रैपिड ट्रेन दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी करेगी।

4- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi-Mumbai Expressway)

मोदी सरकार के कार्यकाल में रोड कनेक्टिविटी बहुत तेजी से बढ़ी है। हाईवे के साथ ही एक्सप्रेस-वे बनाए जा रहे हैं, जिनसे एक शहर से दूसरे शहर की दूरी चंद घंटों में पूरी की जा सकती है। पीएम मोदी ने 12 फरवरी, 2023 को देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। दिल्ली से मुंबई के बीच बने 1382 KM के इस एक्सप्रेस वे के जरिए दोनों शहरों के बीच की दूरी सिर्फ 12 घंटों में पूरी की जा सकती है। 8 लेन का ये एक्सप्रेस वे करीब 1 लाख करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।

5- नागपुर-मुंबई एक्सप्रेस वे (Nagpur-Mumbai Expressway)

नागपुर-मुंबई एक्सप्रेस वे के फर्स्ट फेज का उद्घाटन पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिसंबर, 2022 को किया। इस एक्सप्रेस को बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के नाम से भी जाना जाता है। मुंबई से नागपुर के बीच करीब 700 KM लंबे इस एक्सप्रेसवे को 6 लेन में बनाया गया है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 55 हजार करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। इस मार्ग के जरिए मुंबई से नागपुर की दूरी 16 घंटे की जगह अब सिर्फ 8 घंटे में पूरी की जा सकेगी।

6- बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेस वे (Bengaluru-Mysuru Expressway)

बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे को भारतमाला परियोजना के तहत तैयार किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 8,000 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस एक्सप्रेसवे को 2022 में ही शुरू किया जाना था, लेकिन कोरोना की वजह से काम में देरी हुई। इस एक्सप्रेसवे के जरिए बेंगलुरु से मैसूरु के बीच 140 KM का सफर 3 घंटे के बजाय सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी किया जा सकेगा।

7- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)

पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 16 नवंबर, 2021 को किया था। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को गाजीपुर-बलिया से जोड़ता है। इस एक्सप्रेस वे की खासियत ये है कि इसमें भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट्स की इमरजेंसी लैंडिग भी की जा सकती है। करीब 340 km लंबे इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 22,494 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

8- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway)

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पीएम मोदी ने जुलाई, 2022 में किया था। यह एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन शहर से होकर गुजरता है। करीब 296 Km लंबे इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 14,850 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 4 लेन का यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट से शुरू होकर इटावा में खत्म होता है। इस रूट में 18 फ्लाईओवर, 4 रेलवे ओवरब्रिज और 266 पुल बनाए गए हैं।

9- रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamalapati Railway Station)

रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण में भी मोदी सरकार बहुत तेजी से काम कर रही है। 15 नवंबर, 2021 को पीएम मोदी ने भोपाल में देश के सबसे मॉर्डन और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इस स्टेशन पर एयरपोर्ट जैसी फैसेलिटी मौजूद हैं। करीब 450 करोड़ रुपए की लागत से बना यह देश का पहला वर्ल्ड क्लास स्टेशन है, जिसे पीपीपी (Public Private Partnership) से तैयार किया गया है। इस स्टेशन में स्टेशन में वीआईपी लाउंज, फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट, एसी वेटिंग हॉल, मॉल, मल्टीप्लेक्स जैसी सभी सुविधाएं मौजूद हैं।

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