सार

भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में सबसे तेजी गति से आगे बढ़ रही है और इसका असर ग्लोबल लेवल पर भी दिखने लगा है। यही वजह है कि कई दिग्गज निवेशक अब चीन से अपना पैसा निकालकर भारतीय बाजार में झोंक रहे हैं। 

Indian Economy: पीएम मोदी की व्यापारिक नीतियों और जियो पॉलिटिक्स में तेजी से हो रहे बदलाव के चलते भारतीय बाजार पूरी दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ चीन से निवेशकों का मोहभंग हो रहा है और वॉल स्ट्रीट के दिग्गज चीन से अपना पैसा निकालकर भारतीय मार्केट में लगा रहे हैं। ज्यादातर विदेशी निवेशकों का मानना है कि चीन की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। इसके चलते निवेशक भारत को दुनिया की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ती इकोनॉमी मानकर अब भारतीय बाजार पर दांव लगाना पसंद कर रहे हैं।

दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में उभरा भारत
गोल्डमैन सैक्स ग्रुप (Goldman Sachs) और मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) जैसे वॉल स्ट्रीट के दिग्गज भी अगले दशक के लिए भारत को सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के तौर पर देख रहे हैं। यहां तक कि 62 बिलियन डॉलर के हेज फंड मार्शल वेस (Marshall Wace) ने अपने फ्लैगशिप हेज फंड के लिए अमेरिका के बाद भारत को दूसरा सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन मानते हुए लंबे समय के लिए दांव लगाने वाले देश के तौर पर जगह दी है।

चीन की जगह भारत में निवेश बढ़ा रही दिग्गज कंपनियां

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यूरिख स्थित वोंटोबल होल्डिंग एजी (Vontobel Holding AG) भी भारत को शीर्ष उभरते हुए बाजार के तौर पर देख रहा है। वहीं जैनस हेंडरसन ग्रुप पीएलसी फंड हाउस भारत में अधिग्रहण की प्लानिंग कर रहा है। इतना ही नहीं, जापान के ट्रेडिशनली कंजर्वेटिव इनवेस्टर्स भी चीन में अपना निवेश घटाते हुए भारत में इन्वेस्टमेंट बढ़ा रहे हैं।

आखिर क्यों भारत में बढ़ी निवेशकों की रुचि?

सिंगापुर में M&G इन्वेस्टमेंट्स के एशियन इक्विटी पोर्टफोलियो मैनेजर विकास प्रसाद के मुताबिक, भारत में निवेश को लेकर बढ़ती दिलचस्पी के पीछे कई वजह हैं। अव्वल तो यह कि ये चीन नहीं है, जहां पूंजीवादी सरकार है। ये भारत है, जिसकी एक लांगटर्म ग्रोथ स्टोरी है। वहीं, जेफरीज ग्रुप एलएलसी के अनिकेत शाह का कहना है कि भारत के बारे में निवेशकों का नजरिया काफी पॉजिटिव है। लोग वास्तव में ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत में क्या हो रहा है।

2030 तक भारत होगा दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शेयर मार्केट

भारत को लेकर ग्लोबल इन्वेस्टर्स का नजरिया तेजी से बदल रहा है। निवेशकों को भारत में अब बड़े मार्केट के साथ अपना भविष्य भी दिखने लगा है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आ रहा है, जिसने ग्लोबल इन्वेस्टमेंट के लिए अपने बाजार पूरी तरह खोल दिए हैं। अगले कुछ दशकों तक अब भारत में निवेश बहुत तेजी से बढ़ने वाला है। मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शेयर मार्केट बन जाएगा।

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