सार

NEET, NET Row: शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को इसरो के पूर्व प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक पैनल को अधिसूचित किया। इस पैनल की पहली बैठक आज 24 जून को है।

NEET, NET Row: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कामकाज की समीक्षा और परीक्षा सुधारों पर सुझाव देने के लिए गठित केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का हाई लेवल पैनल आज सोमवार को पहली बैठक करेगा। नीट यूजी, यूजीसी नेट व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर विवाद के बीच, शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए पूर्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल गठित किया।

दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा यह पैनल

पैनल की आज, सोमवार को पहली बैठक होगी। समिति को दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। जिन सुधारों की सिफारिश की गई है उन्हें अगले एग्जाम सायकल तक लागू किया जाएगा। पैनल परीक्षा प्रक्रिया के सिस्टम में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए के स्ट्रक्चर और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करेगा।

पैनल के सदस्य

एम्स-दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति बीजे राव, आईआईटी-मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर एमेरिटस के राममूर्ति, पीपल स्ट्रॉन्ग के सह-संस्थापक और कर्मयोगी भारत बोर्ड के सदस्य पंकज बंसल, आईआईटी-दिल्ली के डीन ऑफ स्टूडेंट मामलों के आदित्य मित्तल और शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जयसवाल पैनल के अन्य सदस्य हैं।

परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर की सेटिंग और सिक्योरिटी प्रोटोकाल पर भी सिफारिश

समिति को विभिन्न परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर की सेटिंग और अन्य प्रक्रियाओं से संबंधित मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच करने और सिस्टम की मजबूती बढ़ाने के लिए सिफारिशें करने का भी काम सौंपा गया है।

परीक्षा संचालन में खामियों की वजह से आलोचना झेल रही एनटीए

राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा स्नातक (एनईईटी-यूजी) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-एनईटी) के संचालन में खामियों को लेकर आलोचना झेल रही एनटीए ने रविवार को मेडिकल के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की। प्रवेश परीक्षा में पहले छह केंद्रों पर समय की हानि की भरपाई के लिए 1,563 अभ्यर्थियों को अनुग्रह अंक दिए गए थे। NEET-UG 2024 कथित पेपर लीक सहित कई अनियमितताओं को लेकर जांच के दायरे में है। वही यूजीसी-नेट को आयोजित होने के एक दिन बाद रद्द कर दिया गया था क्योंकि मंत्रालय को इनपुट मिला था कि इसके भी पेपर डार्कवेब पर लीक किये गये थे।

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