भारतीय डाक विभाग ने उत्तर प्रदेश में ग्रामीण डाकसेवक के 3951 पदों के लिए वैकेंसी निकाली है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बीती रात बिहार इंटर परीक्षा 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया है। रिजल्ट बिहार बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है। इंटर आर्ट्स में बेतिया की साक्षी ने टॉप किया है। बता दें कि साक्षी के पिता किराना की छोटी सी दुकान चलाते हैं।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बीती रात बिहार इंटर परीक्षा 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया है। रिजल्ट बिहार बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है। परीक्षार्थी अपना परिणाम वेबसाइट पर जाकर देख सकते है। इंटर परीक्षा में तीनों संकाय में बेटियों ने टॉप किया है।
बिहार बोर्ड ने 24 मार्च को इंटर रिजल्ट जारी कर इतिहास रच दिया। इस बार तीनों संकाय में बेटियों ने बाजी मारी है। कुल 80.44 फीसदी विद्यार्थी सफल रहे।
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया, “केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने निर्णय लिया है कि कक्षा एक से आठवीं तक के छात्र, जिन्होंने 2019-20 में सत्र की अंत की परीक्षा दी थी या किसी भी कारण से परीक्षा नहीं दे पाये
पंजाब स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एलमेंट्री टीचर ट्रेनिंग कर चुके उम्मीदवारों से शिक्षक पद पर बहाली के लिए आवेदन मांगा है।
जयपुर. स्कूल में बच्चों पर 90 फीसदी मार्क्स लाने का एक बड़ा प्रेशर है। आज के समय में मां-बाप बच्चों को मार्क्स की रेस में लगाए हुए हैं। इस प्रेशर को कई बार बच्चे हैंडल नहीं कर पाते और अवसाद में चले जाते हैं। ऐसे ही एक स्कूल की लड़की 12वीं में फेल हो गई थी। उस लड़की ने रिश्तेदारों और परिवार से मिले तानों को झेला। गहरे दुख को उसने अपनी ताकत बना लिया और अगली बार उसी सब्जेक्ट में टॉप करके मानी। इतनी ही नहीं उसने गोल्ड मेडल भी जीते। हम बात कर रहे हैं गुजरात कैडर की IAS अंजू शर्मा के बारे में। IAS सक्सेज स्टोरी में हम आपको फेलियर को मुंह चिढ़ा अफसर बनने अंजू शर्मा की प्रेरणात्मक कहानी सुना रहे हैं।
आईआईटी के स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक दल ने जो एक सैनेटाइजर बनाया है उसमें आईसोप्रोपिल अल्कोहल, हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, ग्लायसेरॉल और पानी है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते कंपनियां अब भर्ती के लिए रणनीति बदल रही हैं और आमने-सामने साक्षात्कार की जगह स्वचालित प्रणालियों और वर्चुअल प्लेटफॉर्म का सहारा ले रही हैं
करियर डेस्क . कहते हैं अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो आदमी किसी भी परिस्थिति में मंजिल हांसिल कर लेता है। तमाम परेशानियों से लड़ते हुए गिरते-सम्भलते इंसान अपनी मंजिल पा ही लेता है बस उसमे कुछ कर-गुजरने की तमन्ना हो। ऐसा ही एक कहानी हम आपको बताने का रहे हैं। एक मकैनिक ने अपनी बेटी को अफसर बनाने का सपना देख लिया। केवल सपना ही नहीं देखा बल्कि उसे पूरा करने के लिए बाप-बेटी दोनों ने ही प्रयास शुरू कर दिया। शुरुआत में लोगों ने उनका मजाक बनाया। लेकिन न तो उनके हौसले में कोई कमी आई और न ही मंजिल पाने के लिए की जाने वाली कोशिश के प्रयास में। यह कहानी IES की परीक्षा में 27 वां रैंक हासिल करने वाली दीक्षा सिंह की है।