सार
आशु बांगड़ को कांग्रेस का टिकट दिए जाने पर सिटिंग विधायक सतकार कौर गैरी पार्टी से नाराज चल रही थीं। चुनाव प्रचार के दौरान भी आशु बांगड़ का कई जगह विरोध हुआ। इसके पीछे बताया यह गया कि सतपाल कौर के इशारे पर आशु बांगड़ का विरोध हो रहा है।
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले तक कांग्रेस में विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। पार्टी ने अब फिरोजपुर ग्रामीण से विधायक सतकार कौर गैरी को निष्कासित कर दिया है। इससे पहले सतकार कौर गैरी का टिकट काट दिया गया था। इसके बाद से वह पार्टी से नाराज चल रही थीं। अब पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाकर बाहर निकाल दिया। बता दें कि गैरी का टिकट काटकर कांग्रेस ने आशु बांगड़ को टिकट दिया था।
आशु बांगड़ को प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी बताया जा रहा है। आशु पहले आम आदमी पार्टी में थे। उनको फिरोजपुर रूरल से आप ने टिकट भी दिया था। लेकिन, अचानक ने उन्होंने आप का टिकट ठुकरा दिया और पार्टी भी छोड़ दी। इसके बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। तब से माना जा रहा था कि आशु बांगड़ को कांग्रेस उम्मीदवार बनाकर उतारेगी। इस बीच, आशु का फिरोजपुर रूरल में विरोध शुरू हो गया था। कांग्रेस और आप में स्थानीय नेताओं के उनके पोस्टर तक पर कालिख पोत दी थी।
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सतकार कौर गैरी के इशारे पर अाशु का विरोध होने की चर्चाएं
इधर, आशु बांगड़ को कांग्रेस का टिकट दिए जाने पर सिटिंग विधायक सतकार कौर गैरी पार्टी से नाराज चल रही थीं। चुनाव प्रचार के दौरान भी आशु बांगड़ का कई जगह विरोध हुआ। इसके पीछे बताया यह गया कि सतपाल कौर के इशारे पर आशु बांगड़ का विरोध हो रहा है। लेकिन प्रचार के दौरान कांग्रेस के रणनीतिकार चुप रहे। अब जब प्रचार थम गया तो एक बार फिर से चुनाव में पार्टी का विरोध करने वाले नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने का काम शुरू हो गया है।
इन कांग्रेस नेताओं को भी बाहर किया जा चुका
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने विधायक सतकार कौर गैरी को पार्टी के खिलाफ गतिविधियों के आरोप में निष्कासित करने का पत्र जारी कर दिया है। इससे पहले अटारी से तरसेम डीसी, केवल सिंह ढिल्लों और अमरीक ढिल्लों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया। इस बार पंजाब चुनाव में कांग्रेस में सबसे ज्यादा विवाद रहे। कभी सिद्धू का विवाद तो कभी चन्नी के विवादास्पद बयान। अब पार्टी जिस तरह से अपने नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा रही है, इससे कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती जा रही है।
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कांग्रेस में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं
जानकारों का मानना है कि ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस में अनुशासन नाम की कोई व्यवस्था ही नहीं है। हर कोई मनमर्जी कर रहा है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान पार्टी हो हो रहा है। अब जबकि मतदान में कुछ घंटे ही रह गए हैं, इसी बीच एक सतकौर कौर गैरी के निष्कासन ने मतदाताओं के बीच पार्टी की निगेटिव छवि बन रही है।
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