सार
उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव(Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर सरगर्मियां चरम पर हैं। कोरोना महामारी के चलते राजनीति दल चुनावी सभाएं और रैलियां नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिये अनूठे अंदाज में लड़ाई छेड़े हुए हैं। भाजपा लगातार ऐसे वीडियो जारी कर रही है, जिसमें पिछली और वर्तमान सरकार की तुलना की जा रही है। देखिए कुछ वीडियो...
लखनऊ.उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव(Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर सरगर्मियां चरम पर हैं। कोरोना महामारी के चलते राजनीति दल चुनावी सभाएं और रैलियां नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिये अनूठे अंदाज में लड़ाई छेड़े हुए हैं। भाजपा लगातार ऐसे वीडियो जारी कर रही है, जिसमें पिछली और वर्तमान सरकार की तुलना की जा रही है। इस बार के चुनाव में महिला सुरक्षा, कानून व्यवस्था, साम्प्रदायिक दंगा और महामारी के दौरान गरीबों की मदद जैसे मुद्दे अहम हैं। भाजपा ने अपने वीडियो कैम्पेन के जरिये ऐसे कई वीडियो शेयर किए हैं, जिनमें अनूठे अंदाज में मौजूद सरकार की खूबियां और पिछली सरकार की कमियां बताई गई हैं। देखिए कुछ वीडियो...
लड़कियों की सुरक्षा पर वीडियो
योगी सरकार में लड़कियों की सुरक्षा को लेकर कितना काम किया गया है, एक वीडियो कैम्पेन के जरिये यह बताने की कोशिश की गई है। इसमें एक लड़की कहती है-तुम लड़की हो, अकेली मत घूमा करो। तुम अंदर जाओ, बाहर क्या कर रही हो, ये भी तो एक जेल ही थी। जो किसी को दिखती नहीं थी। पर इसकी सजा हर लड़की को मिलती थी। आज प्रदेश पहले से कई गुना ज्यादा सुरक्षित है। डर से मुक्त होकर आज हम लड़कियों के कितने अवसर मिल रहे हैं। आप खुद ही हिसाब लगा लो।
अपराधों पर लगाम
याद है पहले अपराधी बेखौफ घूमते थे और हम अपने घरों में डरकर बैठे रहते थे। आए दिन अखबारों में किस्से छपते थे फिरौती के और आज...हम बेखौफ घूमते हैं और अपराधी जेलों में रो रहे हैं। अरे कितने साल हम डरकर रहे और कितने चैन से हिसाब लगा लीजिए न।
पांच साल में एक भी दंगा नहीं हुआ
राम-राम...चुनाव आ रहा है, हिसाब लगा लेते हैं। पहले प्रदेश में हर चौथे दिन दंगा होता था और उन दिनों आपके व्यापार कितना नुकसान होता था? लिख लीजिए...और भाजपा सरकार में प्रदेश में पांच सालों में एक भी दंगा नहीं हुआ। कितने व्यापार खुले, कितने बढ़े... हिसाब लगा लीजिए। चाय पीएंगे..कड़क है योगी जी जैसी।
गरीबों के लिए राशन की मदद
सच बताओ आपको हमको महामारी का डर तो था ही, साथ डर था कि बच्चों को खिलाएंगे क्या? फिर एक थैली राशन मोदीजी से आया और एक थैली योगीजी से। वो भी बिलकुल मुफ्त। देखो भइया! योजनाओं के नाम तो हमको आता नहीं है, पर हिसाब करना जरूर आता है कि कि किसकी नीयत साफ है और किसकी टोपी में दाग है।
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