नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने 19 फरवरी को झारखंड के रांची में मुखर्जी विश्वविद्यालय में एक संभा को संबोधित किया। यहां उनके भाषण के एक छोटे से हिस्से को को काफी चर्चा मिली और उसके आधार पर बहुत से प्रतिष्ठित मीडिया सस्थानों ने कोट करते हुए लिखा, भागवत ने कहा, “राष्ट्रवाद शब्द का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि यह हिटलर या नाजी से लिया गया है।" इसका एक क्लिप जमकर वायरल हुआ जिसमें वे कहते नजर आए कि नेशनलिज्म शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। भागवत के बयान के बाद नेशनलिज्म शब्द पर बहस भी छिड़ गई। फैक्ट चेक में आइए जानते हैं वायरल हो रहे बयान की पूरी सच्चाई आखिर क्या है?