- Home
- Sports
- Other Sports
- World Athletics Awards 2021: 5 साल की उम्र से दौड़ना किया शुरू, पीटी ऊषा से प्रेरित होकर आज बनीं वूमन ऑफ द ईयर
World Athletics Awards 2021: 5 साल की उम्र से दौड़ना किया शुरू, पीटी ऊषा से प्रेरित होकर आज बनीं वूमन ऑफ द ईयर
- FB
- TW
- Linkdin
भारत की एक और बेटी ने वैश्विक मंच पर देश का नाम रोशन किया है। गुरुवार को वर्ल्ड एथलेटिक्स ने दिग्गज भारतीय महिला एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज को वर्ल्ड एथलेटिक्स ने 'वुमेन ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से नवाजा है।
इंडियन एथलेटिक्स फेडरेशन की सीनियर उपाध्यक्ष अंजू बॉबी ने साल 2016 में भारत की युवा लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग एकेडमी खोली थी, जिसमें अंडर-20 पदक विजेताओं को तैयार किया गया।
वर्ल्ड एथलेटिक्स द्वारा ये सम्मान मिलने के बाद अंजू ने अपने ऑफिशयल ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट कर अपनी खुशी का इजहार किया। उन्होंने लिखा कि 'सुबह उठकर खेल के लिए कुछ करने से बेहतर अहसास कुछ नहीं है।मेरे प्रयासों को सराहने के लिए धन्यवाद।'
बता दें कि अंजू बॉबी खुद एक सफल भारतीय एथलीट रही हैं। उन्होंने 2004 के एथेंस ओलिंपिक में 5वां स्थान हासिल किया था। इसके अलावा उन्होंने पेरिस में आईएएएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड और मोनाको में 2005 में आईएएएफ वर्ल्ड एथलेटिक्स फाइनल्स में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
अंजू बॉबी का जन्म 19 अप्रैल 1977 को केरल के कोट्टायम जिले के छोटे से कस्बा चीरनचीरा में हुआ। उन्होंने 5 साल की उम्र से ही एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था। अंजू स्कूल में लॉग जंप, हाई जंप, 100 मी. दौड़ और हैप्थलॉन आदि सभी खेलों को खेलती थी। अंजू की आदर्श पी. टी. उषा रही हैं।
उनके पिता का नाम के.टी मार्कस और मां का नाम ग्रेसी है। उनके पिता एक फर्नीचर व्यवसाई है। बेटी के सपने को साकार करने के लिए मां-पापा ने उनका साथ दिया और बेटी को प्रोत्साहित किया।
अंजू बॉबी जॉर्ज की शादी रोबोट बॉबी जॉर्ज (Robert Bobby George) है हुई, जो कि लंबी कूद के लिए विश्व प्रसिद्ध है। उन्होंने अंजू को ट्रेनिंग दी और उनके लिए अपनी ट्रिपल जंप प्रतियोगिता तक छोड़ दी, ताकि वह पूरा समय अंजू हो दे सकें। अंजू ने भी एक इंटरव्यू को दौरान कहा था कि आज वह जिस मुकाम पर खड़ी है वह उनके पति की वजह से ही है।
अंजू वर्ल्ड एथलेटिक्स में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय एथलेटिक्स हैं । उन्होंने ने साल 2003 में पेरिस में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इससे पहले 1999 में साउथ एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता।
ये भी पढ़ें- Gujarat: गिर सोमनाथ के समुद्र में बड़ा हादसा, तूफान की वजह से 15 नावें डूबीं, 8 से 10 मछुआरे लापता