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बम से हमला हो या आगजनी, US प्रेसिडेंट की कार का कोई बाल बांका नहीं कर सकता, जानें खासियत
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द बीस्ट की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए बताई जाती है। इसमें 8000 सीसी का इंजन लगा हुआ है। यह 800 बीएचपी की पावर देता है। इस कार को सेना के टैंकरों की तरह मान सकते हैं। द बीस्ट कार के दरवाजे 8 इंच मोटे होते हैं। ये बोइंग-747 विमान के केबिन दरवाजे जितने भारी होते हैं। यानी गोली हो या बम, ये कार में बैठे राष्ट्रपति को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। कार के दरवाजे बंद होते ही ये 100 सील हो जाते हैं।
इस कार की बॉडी स्टील, टाइटेनियम, एल्यूमीनियम और सिरेमिक धातु से बनी होती है। यानी इसे इतना मजबूत बनाया जाता है कि भीषण आग के बीच से ये निकल सकती है। जार्ज बुश जब राष्ट्रपति थे, तब इसका नाम द बीस्ट रखा गया था।
द बीस्ट को ट्रक के चेसिस पर डिजाइन किया गया है। कार के बेस को मजबूत रखने चेसिस के नीचे भी पांच इंच मोटी स्टील की प्लेट लगाई जाती है। अगर लैंडमाइन या बम धमाका भी हो, तो कार तहस-नहस नहीं हो सकती है। कार में आंसू गैस, गेनेड हमले से लेकर नाइट विजन तक का इंतजाम है।
द बीस्ट की खिड़कियां यानी ग्लास पॉली कार्बोनेट की पांच लेयर्स से बने हैं। ये इसे बुलेटप्रूफ बनाते हैं। ड्राइवर और राष्ट्रपति का केबिन अलग-अलग होता है। यानी ड्राइवर कैसे भी राष्ट्रपति की गतविधियों पर नजर नहीं रख सकता। वहीं, उसका सीधा संपर्क ट्रैकिंग सेंटर से होता है। गाड़ी के एक-एक पल की जानकारी सिक्योरिटी को रहती है।
इस कार का पायलट कोई आम ड्राइवर नहीं, बल्कि एक प्रशिक्षित कमांडो होता है। यह हर परिस्थिति में कार चलाने में सक्षम होता है। कार 180 डिग्री पर भी मोड़ी जा सकती है। व्हाइट हाउस के पास कार की 12 कॉपी होती हैं। आपातकालीन स्थिति में कार में ऑक्सीजन सप्लाई का इंतजाम भी होता है और राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप से मेल खाता ब्लड बैंक भी। कार में फायर फाइटिंग सिस्टम और स्मोक स्क्रीन डिस्पेंसर हैं।
द बीस्ट के टायर कभी पंचर नहीं होते। अगर वे फट भी जाएं, तो गाड़ी की स्पीड पर कोई असर नहीं पड़ता। कार की लंबाई 18 फीट और ऊंचाई 5.10 इंच, जबकि वजन 6400 किग्रा है। द बीस्ट में 7 लोग बैठ सकते हैं। यह 3.7 लीटर में 8 किलोमीटर का माइलेज देती है। इसकी स्पीड 100 किमी प्रति घंटा है। यह जीरो से 60 किमी की रफ्तार पकड़ने में 15 सेकंड का समय लेती है।
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