सार
हरियाणा के रोहतक में हिंदू संगठन और अन्य सदस्यों ने धर्मांतरण का दावा कर हंगामा कर दिया। ये सभी लोग जबरन चर्च में घुसने लगे। मौके पर पुलिस पहुंच गई। भीड़ को समझाने का प्रयास किया गया। इस दौरान हिंदू संगठन और पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ तितर-बितर किया। ये चर्च रोहतक के इंदिरा कॉलोनी में है। चर्च के पादरी का कहना था कि यहां श्रद्धालु अपनी मर्जी से आते हैं और प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं।
रोहतक। हरियाणा (Haryana) के रोहतक (Rohtak) में गुरुवार को हिंदू संगठन (Hindu organization) के सदस्यों ने एक चर्च (church) में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की है। इन लोगों का आरोप था कि चर्च में कुछ लोगों का धर्म परिवर्तन (Religious Conversion) किया जा रहा है। ये सभी लोग प्रार्थना सभा को रुकवाना चाहते थे। मौके पर भीड़ जुट गई। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची।
ये चर्च रोहतक की इंदिरा कॉलोनी में है। इस चर्च के सहायक पादरी ने धर्मांतरण की बात से इनकार किया और कहा कि लोग किसी भी अन्य पूजा स्थल की तरह चर्च में भी पूरी श्रद्धा के साथ पहुंचते हैं। किसी को भी जबरन चर्च में आने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि बुधवार को एसएचओ ने उनसे धर्मांतरण को लेकर शिकायत की थी, जिसके बाद चर्च की तरफ से पूरी जानकारी पुलिस को दे दी गई थी। एसएचओ ने फिर से आकर वहां पर स्थिति का निरीक्षण किया। बता दें कि रोहतक में कुछ हिंदू संगठनों के सदस्यों के चर्च में जबरन घुसने और विरोध करने का मामला सामने आया है। प्रशासन ने घटना के बाद चर्च के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया।
तनावपूर्ण हो गया था माहौल
हिंदू संगठनों का आरोप है कि चर्च में जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। संगठन मांग कर रहे थे कि हरियाणा में भी यूपी की तर्ज पर धर्मांतरण कानून बनाया जाए। प्रशासन ने हिंदू संगठनों के विरोध के चलते चर्च में चल रही धर्म सभा को रुकवा दिया। वहीं, हिंदू संगठनों के सदस्यों की पुलिस के साथ भी झड़प की खबर सामने आई है। रोहतक के डीसी ने बताया कि कुछ लोग बिना परमिशन के धार्मिक कार्यक्रम के लिए इकट्ठा हुए थे, इसीलिए पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने कहा कि न तो यहां कोई धर्म परिवर्तन हुआ है और न ही होगा। कई घंटे तक यहां तनाव का माहौल बना रहा। डीसी रोहतक ने माहौल सामान्य बताया है।
नहीं हुआ धर्मांतरण, मौके पर पुलिस तैनात
रोहतक के उपायुक्त मनोज कुमार का कहना था कि हमें शिकायत मिली थी। हमने जांच की और ऐसा कुछ नहीं मिला। हमने एहतियात के तौर पर पुलिस को तैनात कर दिया। बिना अनुमति के हो रही भीड़ को भी पुलिस ने हटा दिया है। उन्होंने कहा कि भीड़ जुटाने के लिए पहले से कोई परमिशन नहीं ली गई थी। उन्होंने धर्मांतरण की बात से इनकार किया है।
चर्च के प्रतिनिधि ये बोले....
चर्च के प्रतिनिधियों ने कहा कि यहां पर किसी का भी तरह की जोर जबरदस्ती या लोभ-लालच देकर धर्म नहीं बदलवाया जाता है। लोग अपनी मर्जी से चर्च में प्रार्थना करने आते हैं। ये चर्च 5-6 साल से चल रही है। इससे पहले तो ऐसा हुआ नहीं है। हर गुरुवार और रविवार को प्रार्थना सभा होती है।