सार

सिंघु बॉर्डर (singhu border) पर ये घटना गुरुवार रात की है। निहंगाें (Nihange) ने युवक की हत्या से पहले बुरी तरह से पीटा गया और घसीटा गया था। हत्या (Murder) के बाद उसके शव को दोनों हाथों के सहारे बैरिकेड से बांधकर लटका दिया और दाहिने हाथ को भी काटकर शव के साथ ही बांध दिया गया।
 

नई दिल्ली। सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर गुरुवार देर रात युवक की हत्या मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। घटना के पीछे निंहगियों (Nihange) का कहना है कि युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib) की बेअदबी की थी। इसलिए उसे तड़पा-तड़पाकर मौत दी गई। यह भी सामने आया है कि शव के पीछे आतंकी भिंडरावाले (Terrorist Bhindranwale) का पोस्टर लगा था। ऐसे में खालिस्तानियों (Khalistanis) के किसान आंदोलन (Farmer Protest) में घुसपैठ करने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। 

दरअसल, सिंघु बॉर्डर पर हरियाणा के कुंडली इलाके में गुरुवार रात 3:30 बजे एक युवक का एक हाथ और एक टांग काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। उस पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का आरोप है। युवक को रस्सी से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा गया और किसान आंदोलन के मंच के सामने बैरिकेड से लटका दिया गया। हालांकि, इसे किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश भी कहा जा रहा है। वहीं, घटना के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, इनमें निहंगे गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने पर हत्या करने की बात कह रहे हैं। मरने वाले की शिनाख्त पंजाब के तरनतारन जिले के चीमा के लखविंदर सिंह के रूप में हुई है।

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शव को लोहे के बैरिकेड से टांगा, कटा हाथ भी लटका दिया
मामला सोनीपत इलाके का है। यहां निहंगों ने एक युवक को पकड़कर पहले हाथ-पैर काटे, फिर उसे मार डाला। इसके बाद किसानों के आंदोलन स्थल पर लोहे के एक बैरिकेड पर लाश टांग दी। वहीं, बगल में उसका कटा हाथ भी टांग दिया। अब इस पूरी घटना के वीडियो भी सामने आए हैं। इन्हें जोड़कर देखने से साफ तौर पर प्रतीत हो रहा है कि युवक के साथ क्रूरता की हदें पार की गईं।

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  • एक वीडियो में युवक की हत्या के बाद निहंग कह रहे हैं- ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल, सिंघु बॉर्डर पर इस पापी ने श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की। फौज ने इसका हाथ काट दिया और टांग भी काट दी है।'
  • एक निहंग बता रहा है कि जिस युवक को मारा गया है वह रात के समय निहंगों के तंबू में आया था। जहां श्रीगुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया था। युवक गुरु ग्रंथ साहिब को उठाकर भागने लगा तो सेवादारों ने उसे पकड़ लिया।
  • निहंग कह रहे हैं कि ये युवक निहंग की वेशभूषा में था, मगर जब उसके कपड़े उतरवाए गए तो उसके सिर पर केश नहीं थे और उसने कछहरा पहना हुआ था। निहंगों ने उससे पूछताछ की तो वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुआ तो पहले उसकी बाजू और फिर टांग काट दी। इसके बाद उसकी मौत हो गई।

मौत से पहले का वीडियो...
इस वीडियो में युवक मरने से पहले खून से लथपथ है और तड़प रहा है। लोग उससे पूछ रहे हैं कि तू कौन है और कहां से आया। उसे कबूल करने के लिए कहा जा रहा है कि उसने बेअदबी की है, लेकिन वह कहता है कि सच्चे पातशाह गुरु तेग बहादुर निहंगों को मेरा वध करने की आज्ञा बख्शें और मुझे अपने चरणों में स्थान दो। मैं कबूल करता हूं। निहंगों ने मेरा हाथ काटा है... इसके बाद वहां मौजूद लोग पूछते हैं, अपना नाम भी बता, कहां से आया है, किसने भेजा है, क्या करतूत की है।

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युवक बोला- सिर कलम कर दो, निहंगों ने कहा- तड़पकर मारेंगे
एक वीडियो में युवक कह रहा है कि उसका सिर कलम कर दिया जाए। असहनीय दर्द हो रहा है। रहा नहीं जा रहा है। इस पर वहां मौजूद निहंग कहते हैं कि तू तड़प-तड़प कर मरेगा। यहां कुछ लोग निहंगों का धन्यवाद करते दिखाई दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि पंजाब में बेअदबी की घटनाओं के आरोपी पकड़े नहीं जाते और यहां निहंगों ने मौके पर ही कार्रवाई कर दी।

निहंगों ने हत्या की है, आंदोलन को बदनाम करने का साजिश: अखिल भारतीय किसान सभा
अखिल भारतीय किसान सभा ने दावा किया है कि इस हत्‍या के पीछे निहंगे सिख हैं। इसके अलावा संयुक्‍त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने इस मामले को लेकर आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोऑर्डिनेशन कमेटी के सात सदस्य शामिल होंगे। अखिल भारतीय किसान सभा महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि पिछले काफी महीने से किसान आंदोलन को बदनाम करने का एक संयोजित प्रयास चल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा से इसका कोई संबंध नहीं है। मोर्चा के बाहर एक ग्रुप वहां बैठा हुआ है। उन्होंने कहा है. सरकार और पुलिस को जांच करनी चाहिए।

भाजपा ने कहा- राकेश टिकैत अब चुप क्यों? आंदोलन के नाम पर अराजकता हो रही है
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सिंघु बॉर्डर पर युवक की हत्‍या को लेकर भाकियू नेता राकेश टिकैत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- ‘राकेश टिकैत ने योगेंद्र यादव के साथ लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को जायज ठहराया था। कुंडली बॉर्डर पर हुई हत्या पर वह चुप हैं। किसानों के नाम पर आंदोलन में हो रही अराजकता का पर्दाफाश होना चाहिए।’ इससे पहले उन्होंने ये भी कहा कि रेप, मर्डर, वैश्यावृत्ति, हिंसा और अराजकता... किसान आंदोलन के नाम पर यह सब हुआ है। अब हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या... आखिर हो क्या रहा है? किसान आंदोलन के नाम पर यह अराजकता करने वाले ये लोग कौन हैं जो किसानों को बदनाम कर रहे हैं?