तमिलनाडु के मदुरै जिले के उसिलामपट्टी के पास स्थित पेरुंगमनल्लूर गांव को दक्षिण का जलियांवाला बाग कहा जाता है। यहां ब्रिटिश पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में 17 आदिवासी मारे गए थे।
चंद्रशेखर वेंकट रामन (सीवी रामन) ने विज्ञान के क्षेत्र में भारत को ख्याति दिलाई थी। उन्होंने 'रामन प्रभाव' का खोज किया था। इस खोज ने उन्हें नोबल पुरस्कार दिलाया था। रामन ने ही बताया था कि समुद्र का रंग नीला क्यों दिखाई देता है।
'हर घर तिरंगा' (Har Ghar Tiranga) अभियान के तहत श्रीनगर के प्रसिद्ध डल झील में तिरंगा यात्रा निकाली गई। दूसरी ओर भारत सरकार के डाक विभाग ने पिछले 10 दिन में 1 करोड़ झंडे बेचे हैं।
शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थन से सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया। इसी दौरान पंडित नेहरू अब्दुल्ला के करीबी दोस्त बन गए थे।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देश के कोने-कोने से क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई और शहीद हुए। इन्हीं में एक थे वक्कम अब्दुल खादर जिन्हें केरल के भगत सिंह के नाम से भी जाना जाता है। महज 26 साल की उम्र में शहीद होने वाले वक्कम अंग्रेजों से सीधे मोर्चा लिया था।
आदिवासियों पर जमीदारों के अत्याचारों से त्रस्त होकर कोमाराम भीम ने जल, जंगल और जमीन का नारा दिया था। आजादी के अमृत महोत्सव में जानें कोमाराम भीम के संघर्ष की कहानी। जानें आखिर कहां से आया जल जंगल और जमीन का नारा
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के आदिवासी आंदोलनों के दौरान जल, जंगल, जमीन का नारा गूंजा था। यह नारा इतना प्रसिद्ध हुआ कि आज भी आदिवासियों द्वारा इसका प्रयोग किया जाता है।
कपूरथला के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए अमरनाथ को एक अमीर मुस्लिम परिवार ने गोद लिया था। वह स्वतंत्र भारत के पहले कप्तान भी बने। लाला अमरनाथ मध्यम गति की गेंदबाजी करते थे। 1952 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की पहली सीरीज जीत हुई थी।
क्रिकेट की दुनिया में आज भारत सिरमौर है। टी20 और वनडे विश्वकप जीत चुकी टीम इंडिया के कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके रिकॉर्ड तोड़ पाना मुश्किल है। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से पहली सेंचुरी जड़ने का श्रेय भारतीय खिलाड़ी लाला अमरनाथ को जाता है।
जमशेदजी नौसेरवानजी ने 29 साल की उम्र में अपनी खुद की फर्म शुरू की। उन्होंने एक दिवालिया हो चुकी तेल मिल खरीदी और इसे कपास मिल में बदल दिया। फिर यह मुंबई का तेजी से बढ़ता क्षेत्र बन गया। उस मिल का नाम एलेक्जेंड्रा मिल थी।