सार
जन्माष्टमी और कृष्ण जी के जन्म के बाद उनकी छठी पर अक्सर लोग पंचामृत बनाते हैं। लेकिन इसे बनाते समय कुछ गलतियां कर देते हैं जिससे उसका स्वाद और गुण दोनों बिगड़ जाते हैं। जानिए क्या है पंचामृत बनाने का सही तरीका और सही माप।
फूड डेस्क: कृष्ण जन्माष्टमी के बाद भगवान श्री कृष्ण की छठी का पावन त्योहार 1 सिंतबर 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन उनका पंचामृत से अभिषेक भी होता है। फिर इसी पंचामृत को भोग स्वरूप उन्हें अर्पित भी किया जाता है, लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि पंचामृत बनाने के समय लोग कुछ बेसिक गलती कर देते हैं, जिससे इसका स्वाद और बनावट दोनों बिगड़ जाता है और इसमें वह अमृत गुण भी नहीं होते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं पंचामृत बनाने का सही तरीका।
जन्माष्टमी पर ऐसे बनाएं पंचामृत
पंचामृत का मतलब होता है पांच चीजों का ऐसा मिश्रण जो आपस में मिलने के बाद एक अमृत बनाएं, उसे पंचामृत कहते है। इंस्टाग्राम पर shreedha_sanatan_world नाम से बने पेज पर पंचामृत बनाने की रेसिपी शेयर की गई है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और 52000 से ज्यादा लोग इस रेसिपी को लाइक कर चुके हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे आप सही माप से पंचामृत बना सकते हैं। पंचामृत बनाने के लिए आपको चाहिए-
चीनी या मिश्री
गाय का दूध
गाय का घी
गाय के दूध का दही
शहद
इस माप से बनाएं पंचामृत
पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े कटोरे में दूध लें। आप जितना दूध ले रहे हैं उसका आधा दही का इस्तेमाल करें। फिर आपने जितनी दही ली है उससे आधी मिश्री या चीनी का इस्तेमाल करें और जितनी मिश्री या चीनी ले रहे हैं, उसका आधा घी का इस्तेमाल करें। इसके बाद अंत में जितना घी आपने लिया है उसका आधा शहद का इस्तेमाल करें। इन पांच चीजों को अच्छी तरह से मिलाएं और इसमें एक तुलसी का पत्ता जरूर डालें। इस पंचामृत का आप लड्डू गोपाल को छठी के दिन भोग लगा सकते हैं या फिर इससे उनका अभिषेक भी कर सकते हैं।
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