भारत में लगातार एंग्जाइटी डिसऑर्डर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। भारत के महानगरों में 16 % लोग एंग्जाइटी डिसऑर्डर के शिकार हैं। महानगरों के करीब 50% लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते। आधुनिक अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार अनिद्रा करीब 86 % रोगों का कारण है, जिनमें अवसाद व एंग्जाइटी सबसे प्रमुख हैं।