सार
Indian Forest survey report 2021 : देश में पिछले दो सालों के अंदर हरियाली बढ़ी है। क्षेत्र के हिसाब से मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) देश में सबसे ज्यादा फॉरेस्ट कवर वाला प्रदेश है। सर्वाधिक फॉरेस्ट कवर आंध्र प्रदेश (647 वर्ग किमी) में बढ़ा। दूसरे नंबर पर तेलंगाना (632 वर्ग किमी) और तीसरे नंबर पर ओडिशा (537 वर्ग किमी) रहा।
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग की खबरों के बीच एक अच्छी खबर है। पिछले दो सालों में देश में हरियाली बढ़ी है। भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) द्वारा तैयार 'इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2021' (ISFR 2021) के मुताबिक 2019 के आकलन की तुलना में देश के कुल वन और वृक्ष आवरण में 2,261 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है। देश का कुल वन और वृक्ष आवरण 80.9 मिलियन हेक्टेयर है। यह देश के भौगोलिक क्षेत्र का 24.62%है।
पर्यावरण एवं वन मंत्री बोले - गुणात्मक रूप से समृद्ध हो रहे वन
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को यह रिपोर्ट जारी की। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट के मुताबिक 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का 33 प्रतिशत से अधिक भौगोलिक क्षेत्र वन आच्छादित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का ध्यान केवल संरक्षण पर नहीं है। वनों को मात्रात्मक रूप के साथ ही गुणात्मक रूप से समृद्ध करने के लिए सरकार काम कर रही है।
ISFR-2021 भारत के जंगलों और जलवायु परिवर्तन वाले क्षेत्रों में SAR डेटा का का उपयोग करके वन आवरण, वृक्ष आवरण, मैंग्रोव कवर, बढ़ते स्टॉक, कार्बन स्टॉक, जंगल की आग की निगरानी, बाघ आरक्षित क्षेत्रों में फॉरेस्ट कवर, बायोमास के जमीनी अनुमानों के बारे में जानकारी देता है।
फॉरेस्ट सर्वे रिपोर्ट की मुख्य बातें
देश का कुल वन और वृक्ष आवरण 80.9 मिलियन हेक्टेयर है। यह देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 24.62 प्रतिशत है। 2019 के आकलन की तुलना में देश के कुल वन और वृक्ष आवरण में 2,261 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है। इसमें से फॉरेस्ट कवर में 1,540 वर्ग किमी और ट्री कवर में 721 वर्ग किमी की वृद्धि देखी गई है।
खुले जंगल के बाद बहुत घने जंगल में वन आवरण में वृद्धि देखी गई है। सबसे ज्यादा वन क्षेत्र आंध्र प्रदेश (647 वर्ग किमी) में बढ़ा है। इसके बाद तेलंगाना (632 वर्ग किमी) और ओडिशा (537 वर्ग किमी) हैं।
क्षेत्रफल के हिसाब से मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र हैं।
भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से यहां सबसे ज्यादा वन
राज्य | वन क्षेत्र |
मिजोरम | 84.53% |
अरुणाचल | 79.33% |
मेघालय | 76.00% |
मणिपुर | 74.34% |
नागालैंड | 73.90% |
इन राज्यों में 75 फीसदी से ज्यादा वन क्षेत्र
लक्षद्वीप, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे पांच राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 75 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र हैं।
यहां 33 से 75% तक फॉरेस्ट कवर
12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों जैसे मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, गोवा, केरल, सिक्किम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, असम, ओडिशा में वन क्षेत्र 33 प्रतिशत से 75 प्रतिशत के बीच है।
तटीय वन क्षेत्र भी बढ़े
देश में कुल मैंग्रोव कवर (तटीव वन क्षेत्र) 4,992 वर्ग किमी है। 2019 की तुलना में मैंग्रोव कवर में 17 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि देखी गई है। ओडिशा में 8 वर्ग किमी, महाराष्ट्र में 4 वर्ग किमी और कर्नाटक में 3 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है।
79.4 मिलियन टन कार्बन स्टॉक बढ़ा
देश के जंगलों में कुल कार्बन स्टॉक 7,204 मिलियन टन होने का अनुमान है। 2019 की तुलना में इसे 79.4 मिलियन टन की वृद्धि हुई है। कार्बन स्टॉक में वार्षिक वृद्धि 39.7 मिलियन टन है।
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