सार
विधायक दल की मीटिंग के बाद दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की मीटिंग हुई। मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित कई सीनियर लीडर्स मौजूद रहे।
Telangana New CM Revantha Reddy: तेलंगाना में नए मुख्यमंत्री 7 दिसंबर को शपथ लेंगे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी राज्य के अगले सीएम होंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सहमति के बाद रेवंत रेड्डी के नाम का ऐलान किया गया है। इसके पहले विधायक दल की मीटिंग में रेवंत रेड्डी के नाम पर नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने मुहर लगाई थी।
विधायक दल की मीटिंग के बाद दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की मीटिंग हुई। मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित कई सीनियर लीडर्स मौजूद रहे। मीटिंग खत्म होने के बाद महासचिव केसी वेणुगोपाल ने तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने तेलंगाना में रेवंत रेड्डी को सीएलपी लीडर बनाया है। 7 दिसंबर को वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
119 विधायकों वाले राज्य में कांग्रेस ने 64 सीटों पर जीत हासिल की
तेलंगाना राज्य में 119 विधायक चुने जाते हैं। बीते 30 नवम्बर को हुई वोटिंग के बाद 3 दिसंबर को आए नतीजे के अनुसार, कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत पाते हुए 64 सीटें जीती हैं। जबकि सत्ताधारी बीआरएस को महज 39 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। बीजेपी को 8 सीटों पर सफलता मिली हैं तो एआईएमआईएम को 7 सीटों पर जीत हासिल हुई है। सीपीआई एक सीट जीती है। बीते 3 दिसंबर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
कौन हैं रेवंत रेड्डी?
रेवंत रेड्डी तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। 54 वर्षीय रेवंत रेड्डी ने अपनी राजनीति की शुरूआत छात्र जीवन से की थी। महबूबनगर जिले के कोंडारेड्डी पलली में जन्मे रेवंत रेड्डी का पूरा नाम अनुमुला रेवंत रेड्डी है। उस्मानिया यूनिवर्सिटी से उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की है। छात्र राजनीति में वह एबीवीपी में रहे। 2007 में आंध प्रदेश विधान परिषद में निर्दल उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। हालांकि, बाद में वह मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के कहने पर टीडीपी में शामिल हो गए। 2009 में वह टीडीपी की टिकट पर कोंडगल से विधानसभा चुनाव लड़े। यहां उन्होंने पांच बार से कांग्रेस विधायक गुरुनाथ रेड्डी को हराया। 2017 तक वह टीडीपी के नेता सदन रहे लेकिन हटाए जाने के कुछ दिनों बाद 2018 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। 2018 में कांग्रेस के टिकट पर रेवंत कोडंगल से लड़े लेकिन हार गए। 2019 में लोकसभा चुनाव मल्काजगिरी से लड़े और पहली बार संसद पहुंचे। 2021 में कांग्रेस हाईकमान ने उनको प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। पार्टी ने सीनियर लीडर एन उत्तम रेड्डी को हटाकर रेवंत को जिम्मेदारी दी और अब मुख्यमंत्री पद के लिए ऐलान कर दिया है।
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