सार
संजय निरुपम ने कहा है कि कांग्रेस में पांच पावर सेंटर हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की अलग-अलग लॉबी है। पार्टी नेतृत्व घोर अहंकार से भरी है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेता संजय निरुपम अब कांग्रेस में नहीं हैं। कांग्रेस ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह साल के बाहर कर दिया है। वहीं, संजय का कहना है कि उन्होंने तो पहले ही इस्तीफा दे दिया था। इस बीच गुरुवार को संजय निरुपम मीडिया के सामने आए और सबके सामने कांग्रेस के अंदर की बात बताई। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लेकर भी बड़ा खुलासा करने का दावा किया।
संजय निरुपम ने कहा कि कांग्रेस में एक पावर सेंटर नहीं है। यहां पांच पावर सेंटर हैं। हर पावर सेंटर की अपनी लॉबी है। वे एक दूसरे से भिड़ते रहते हैं। निरुपम ने दावा किया कि कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है। पार्टी नेतृत्व घोर अहंकार से भरी है।
पूरी तरह बिखर गई है कांग्रेस
निरुपम ने बताया कि कांग्रेस में 5 पावर सेंटर हैं। पहला सोनिया गांधी, दूसरा राहुल गांधी, तीसरा प्रियंका गांधी, चौथा मल्लिकार्जुन खड़गे और पांचवा कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल का है। सभी अपने तरीके से राजनीति कर रहे हैं। इन सबके बीच लाखों कार्यकर्ता खुद को फंसा हुआ पाते हैं। राहुल गांधी ऐसे लोगों से घिरे रहते हैं जिनका जमीन से कोई कनेक्ट नहीं है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस अब पूरी तरह बिखरी हुई पार्टी है। कांग्रेस के नेता पहले कहते थे कि पार्टी की विचारधारा दिशाहीन है, लेकिन अब वे संगठन के मामले में भी बिखरे हुए हैं। नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता, जिसमें समाज में धर्म के लिए कोई जगह नहीं है। समाप्त हो चुकी है।”
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कांग्रेस से निकाले जाने को लेकर निरुपम ने कहा, "कांग्रेस ने जिस तरह से महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना के साथ गठबंधन किया। सभी शर्तें शिवसेना ने तय की। कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) के सामने पूरी तरह सरेंडर कर दिया। उसके लिए सीटें छोड़ दीं। इस बात से मैं नाराज था। आने वाले दिनों में कांग्रेस कमजोर हो जाएगी और धीरे-धीरे मुंबई में दफन हो जाएगी।"