सार

राजस्थान के दौसा जिलें में 8 घंटे की मशक्कत के बाद 2 साल की मासूम को 100 फीट गहराई से जिंदा बाहर निकालने में सफलता मिली है। मां की गोद में मासूम ने ली सुकून की सांस। फिलहाल एहतियातन बच्ची को हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है।

दौसा. राजस्थान के दौसा जिले के आभानेरी गांव में 100 फीट गहराई में बोरवेल के गड्ढे में गिरी 2 साल की मासूम को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। मासूम जैसे ही बोरवेल से निकलकर मां की गोद में आई तो मासूम ने सुकून की सांस ली। फिलहाल मासूम को एहतियात के तौर पर नजदीकी अस्पताल ले जाया जा रहा है।

सुबह खेलते समय बोरवेल में गिरी थी बच्ची
दरअसल आभानेरी गांव में आज सुबह 11:00 बजे के लगभग देवनारायण गुर्जर की बेटी अंकिता जिसकी उम्र महज 2 साल है वह अपने घर के आंगन में ही खेलते हुए अचानक 2 साल पहले खुदवाए हुए बोरवेल के गड्ढे में जा गिरी। जब परिजनों ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो उन्हें पूरे मामले का पता चला। जिसके बाद बच्चे को सकुशल निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। 

इस तरह निकाला गया बाहर
मासूम को निकालने के लिए बोरवेल के गड्ढे के नजदीक एक 2 फीट की गहराई तक गड्ढा खोदा गया। इसके बाद देसी जुगाड़ के जरिए एक सिविल डिफेंस कर्मी को उसमें भेजा गया। जो 100 फीट की गहराई में जाकर एक सुरंग बनाकर बच्ची को बाहर निकालने की कोशिश करता रहा। लेकिन मिट्टी ढहने के खतरे से इस चीज को बंद किया गया। देसी जुगाड़ का दूसरा तरीका अपनाते हुए लोहे की तीन पाइप से 1 सीतनुमा टी बनाकर उसे गड्ढे में डाला गया। जैसे ही 2 साल की मासूम उसमें बैठी उसे तुरंत ऊपर खींच लिया गया। इससे पहले बच्ची पर सीसीटीवी से पूरी नजर जा रही थी। मासूम ने खड्डे में भेजे सीसीटीवी को भी टच किया था। 

इस साल 2 बच्चे गिरे दोनों को ही बाहर निकाला
गौरतलब है कि इससे पहले सीकर के खाटूश्यामजी में भी फरवरी महीने में एक 3 साल का मंदबुद्धि बच्चा गुड्डू बोरवेल में गिर गया था। जिसे भी करीब 24 घंटे से भी ज्यादा लंबे समय चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाहर बाद निकाल लिया था।

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