सार
राजस्थान के जयपुर जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां महल जैसे दिखने वाले बैंक भवन में आरोपी द्वारा एक बुजुर्ग से लूट करने का मामला सामने आया है। पूरी घटना वहां के सीसीटीवी में कैद हो गई। इसके आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जयपुर (jaipur). यह जयपुर के सबसे पुराने बैंकों में से एक बैंक बिल्डिंग है और एसबीआई की एक ब्रांच है। जो जयपुर के कोतवाली थाना इलाके में स्थित चौड़ा रास्ता में है । इसमें जयपुर शहर में रहने वाले अधिकतर रिटायर सरकारी कार्मिकों के अकाउंट है। इस बैंक में शुक्रवार दोपहर जो वारदात हुई वह बेहद चौंकाने वाली थी। इस बैंक में आज तक ऐसी वारदात नहीं हुई। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने कुछ सीसीटीवी फुटेज देखे, इस केस में आरोपी साफ दिखाई दे रहा है। अब पूरे शहर में उसकी तलाश की जा रही है।
आरोपी ने अपनी बातों में फंसा, एफडी कराने की सलाह दी
दरअसल सरकारी सेवा से रिटायर हुए 85 साल के गणेश नारायण माथुर के साथ बैंक के अंदर ही वारदात हो गई। माथुर गुरुवार दोपहर को बैंक से पैसा निकालने के लिए 25 किलोमीटर दूर से आए थे। वह प्रताप नगर क्षेत्र में रहते हैं। लेकिन बैंक का समय समाप्त होने के कारण वे पैसा नहीं निकाल सके। इस दौरान उन्हें एक व्यक्ति मिला जिसने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और कहा कि आपके बैंक खाते में अच्छा पैसा है आप क्यों ना इसे एफडी में इन्वेस्ट कर देते...। बैंक वाले कुछ भी ब्याज नहीं देते। एफडी वाले आपको 10% तक ब्याज देंगे।
दूसरे दिन मिला और कर दी 6 लाख की ठगी
बुजुर्ग गणेश नारायण ने गुरुवार को तो उसे कुछ नहीं बोला, लेकिन इस दौरान उस व्यक्ति ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर गणेश नारायण के मोबाइल नंबर ले लिए। मोबाइल नंबर लेने के बाद शुक्रवार को गणेश को फिर से फोन किया और कहा कि आप बैंक कब आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह 12:00 बजे तक बैंक आएंगे। दोपहर बाद बैंक पहुंचे तब जाकर वही व्यक्ति गणेश नारायण को मिला। उसने कहा कि आप 6 लाख रुपए इन्वेस्ट कर सकते हैं और आपको अच्छा ब्याज मिलेगा। गणेश ने अपने खाते से 6 लाख रुपए निकाले और उस व्यक्ति के पास रखें। फिर उस व्यक्ति ने गणेश नारायण को बातों में लगाया और कहा कि आप की पासबुक में यह रकम अपडेट करा लीजिए। गणेश जैसे ही एंटी कराने गए इतनी देर में आरोपी रुपए लेकर फरार हो गया।
पीड़ित को बाद में पता चला कि वह बैंक का कार्मिक भी नहीं था । इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज कोतवाली पुलिस को मिला है, इसी आधार पर अब जांच पड़ताल की जा रही है।