सार
राजस्थान में भारत यात्रा की इंट्री से पहले प्रदेश में रोज नए घटनाक्रम हो रहे है। इसके साथ ही विरोध की खबरें आने के बाद आलाकमान अब सचिन पायलट को मनाने के लिए दिल्ली बुलाकर बंद कमरे में मुलाकात की। इस खबर के बाद से राजनीतिक गलियारों में फिर से हलचल मचा दी है।
जयपुर (jaipur). कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 3 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करने जा रही है। इससे पहले अब कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट को मनाने में लग गया है। आलाकमान के इशारे पर पार्टी के नेता और राजस्थान में पार्टी के ऑब्जर्वर रह चुके केसी वेणुगोपाल ने सचिन पायलट को दिल्ली में बुलाकर उनसे बंद कमरे में मुलाकात की है। हालांकि अभी तक यह सामने नहीं आया है कि दोनों के बीच क्या बात हुई। लेकिन एक बार फिर अब सियासी हलकों में इसकी चर्चा तेज हो चुकी है।
सचिन पायलट को सीएम बनाने की हो रही मांग
गौरतलब है कि राजस्थान में सितंबर महीने में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद गहलोत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से मना कर दिया था। इसके बाद मल्लिकार्जुन राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। लेकिन पायलट गुट के नेता लगातार पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का पक्ष रखते रहे। लेकिन अब जैसे ही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा नजदीक आने लगी है। वैसे ही पार्टी के आलाकमान को लगने लग गया है कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर एक बार फिर राजस्थान में पायलट गुट के नेता इसका विरोध कर सकते हैं। ऐसे में यात्रा के राजस्थान आने से पहले ही पार्टी आलाकमान सचिन पायलट को खुश करने में लग गया है।
भारत जोड़ों यात्रा में भी उठेगा यहीं मुद्दा
गौरतलब है कि राजस्थान में बीते 1 महीने से पार्टी आलाकमान को मैसेज देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद कोशिश कर रहे हैं। सचिन पायलट गुट के कई नेता जैसे राजेंद्र गुढ़ा भी पार्टी में कोई भी खेमेबाजी की बात से नकार रहे हैं। लेकिन फिर भी पार्टी को आभास है कि राहुल गांधी के राजस्थान में आने पर एक बार फिर सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग उठ सकती है।
वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो अब राजस्थान में 1 साल तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही सीएम की कुर्सी पर बने रहेंगे। हालांकि अब भारत जोड़ो यात्रा से ठीक बाद पायलट की भूमिका भी तय की जाएगी। वही पार्टी अगले चुनाव में सचिन पायलट के फेस पर चुनाव लड़ने की कोशिश में लगी है।