सार
राजस्थान में एक तर भारी बारिश लोगों का जीना मुश्किल कर रही है। वहीं आकाशीय बिजली की चपेट में आने से लोगों की मौतें भी हो रही हैं। झालावड़ के एक गांव में बिजली गिरने से दो सगे भाइयों सहित तीन की मौत हो गई।
झालावाड़ (राजस्थान). पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय है। एक तरफ जहां प्रदेश में हो रही तेज बारिश ने सभी तालाबों नदियों झीलों को पानी से लबालब कर दिया है। वहीं अब यह बारिश से आमजन के लिए आफत बन चुकी है। झालावार मध्य प्रदेश बॉर्डर पर एक गांव में बिजली गिरने से दो सगे भाइयों सहित तीन की मौत हो गई। वहीं घटना में चार अन्य बच्चे घायल हो गया। जिनका हॉस्पिटल में इलाज जारी है।
बारिश से बचने के लिए चारों एक पेड़ के नीचे गए और...
दरअसल, झालावाड़ मध्य प्रदेश बॉर्डर पर स्थित गांव सोयत की स्कूल में पढ़ने वाले कुछ स्टूडेंट्स स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर की तरफ आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए चारों एक पेड़ के नीचे चले गए। इसी दौरान आसमान से एक तेज बिजली गिरी। जिससे पेड़ के नीचे खड़े सभी स्टूडेंट गंभीर रूप से घायल हो गए। दिने इलाज के लिए आसपास के लोगों ने झालावाड़ हॉस्पिटल भर्ती करवाया। जहां डॉक्टर ने 3 बच्चों को मृत घोषित कर दिया। वहीं चार अन्य घायल गंभीर बच्चों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। जिन का इलाज जारी है। घटना की सूचना मिलते ही परिजन भी हॉस्पिटल पहुंचे। जिन का रो रो कर बुरा हाल है। घटना में तीन लोगों की मौत हुई। दिन में दो बच्चे कुंदन और चंदन सगे भाई हैं। जो सोयत गांव के ही रहने वाले हैं।
बिजली गिरने से अब तक15 से ज्यादा लोगों की मौत
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से झालावाड़, कोटा और चित्तौड़ के आसपास के इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। वहीं पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में भी करीब 1 सप्ताह से अधिकतर इलाकों में तेज बारिश हो रही है। राजस्थान में इस बार मॉनसून में बिजली गिरने से अब तक करीब 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश बॉर्डर पर हुई इस घटना में परिजनों ने मुआवजे की मांग भी की है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। फिलहाल मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश के कुछ इलाकों में कल भी बारिश का दौर जारी रहेगा।
प्रत्यक्षदर्शी बोले तेज धमाका हुआ, मची चीख पुकार
जिस दौरान यह हादसा हुआ उस दौरान कुछ ग्रामीण भी पेड़ के पास ही मौजूद थे। जिन्होंने बताया कि अचानक तेज धमाके की आवाज आई। जब उन्होंने पेड़ की तरफ देखा तो स्कूली बच्चे दर्द के मारे जोर जोर से चिल्ला रहे थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही निजी वाहनों से उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया।