सार
राजस्थान को कोटा में कुछ दिन पहले ही बनकर तैयार हुए एक फ्लाई ओवर के निर्माण की पोल खुल गई है। घटिया कंस्ट्रक्शन के चलते एक पत्थर मासूम के सिर पर गिर गया। मासूम का इलाज भी किया गया फिर भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। घटना के बाद मचा हंगामा।
कोटा ( kota). राजस्थान के कोटा शहर से बड़ी खबर सामने आई है। शहर में कुछ दिनों पहले ही बने फ्लाई ओवर का पत्थर गिरने से छह महीने की बच्ची की मौत हो गई। हादसे के वक्त बच्ची अपनी मां की गोद में बैठी खेल रही थी। पीड़िता का परिवार पास ही कच्चा मकान बनाकर रह रहा था। इस हादसे के बाद से अब हंगामा मचा हुआ है। इस तरह का पहली ही मामला प्रदेश में सामने आया है। फिलहाल इस मामले में किसी तरह का पुलिस केस नहीं हुआ है।
कुछ दिन पहले ही बना था ब्रिज, गिरने लगे पत्थर
दरअसल कुछ दिनों पहले ही कोटा के कुन्हाड़ी इलाके में नगर विकास न्यास की ओर से बनवाए गए फ्लाई ओवर का यह मामला सामने आया हैं। फ्लाई ओवर के नीचे ही दिहाड़ी मजदूर गजानंद और उसकी पत्नी अंजू रह रहे थे। वे फ्लाई ओवर के नजदीक ही झोपड़ी बनाकर रह रहे थे और निर्माण में अन्य मजदूरों की तरह उन्होनें भी काम किया था। वे कुछ दिन में ही वहां से जाने वाले थे। लेकिन 15 दिसम्बर को दोपहर में घटना हुई।
आसमान से गिरी मौत, ले ली बच्ची की जान
अपनी झोपड़ी के बाहर ही अन्नू अपनी छह महीने की बेटी के साथ खेल रही थी। बेटी मां की गोद में थी इस दौरान उपर से पत्थर गिरे और प्लाटर आ गिरा। बच्ची के सिर में गंभीर चोटें आई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां आज सवेरे उसकी मौत हो गई। दरअसल इस फ्लाई ओवर के निर्माण से पहले ही इसकी निर्माण की जगह को लेकर विवाद हो गया था। इसके निर्माण के बाद भी विवाद जारी रहा। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इसका कई बार विरोध किया है।
उल्लेखनीय है कि कोटा शहर से खुद यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल आते हैं और इसी कोटा शहर के फ्लाईओवर के इतने घटिया हालात हैं ।भारतीय जनता पार्टी इस मामले में बड़े प्रदर्शन की तैयारी में जुट गई है। बताया जा रहा है कि इस हादसे के बाद अब वहां आसपास रहने वाले मजदूरों को भी वहां से हटा दिया गया है।