सार
कांग्रेस के नव संकल्प शिविर में पी.चिदम्बरम ने प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी की पहचान है भारत के विकास की धीमी रफ्तार की।
उदयपुर.राजस्थान के उदयपुर जिले में चल रहे कांग्रेस के नव संकल्प शिविर का आज दूसरा दिन है। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम अपने सेशन के बाद जब मीडिया से रुबरू हुए तो महंगाई को लेकर फट पड़े। अपने सेशन में भी उन्होनें विकास दर और महंगाई को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। मीडिया के सामने चिदम्बर बोले कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिलहाल सबसे ज्यादा चिंता का विषय है। हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं।
विकास की धीमी रफ्तार मोदी की पहचान बन चुकी है
महंगाई को लेकर चिदम्बरम ने सरकार को आडे़ हाथों लिया। उनका कहना था कि विकास की धीमी दर पिछले 8 सालों में मोदी सरकार की पहचान बन गई है। सरकार की गलत नीतियां इस महंगाई की जिम्मेदार है। भारतीय अर्थव्यस्था अब तक के सबसे बुरे हाल में हैं। वैश्विक और घरेलू विकास को ध्यान में रखते हुए आर्थिक नीतियों को एक बार फिर से बदलने का समय आ गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहा है, लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं
चिदबंरम बोले कि विदेशी मुद्रा भंडार में सेंध लग रही है। कुछ महीनों में ही 36 अरब अमेरिकी डॉलर कम हो गए हैं। लोगों को पता ही नहीं है कि सरकार ये पैसा कहां खर्च कर रही हैं। तेल और ईंधन के दामों के लिए यूक्रेन पर ठीकरा नहीं फोड़ा जा सकता। अपनी जिम्मेदारी से केंद्र सरकार नहीं बच सकती है। केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल की महंगी कीमतों के लिए रूस यूक्रेन युद्ध को जिम्मेदार बता रही है, जबकि कच्चे तेल की कीमतें युद्ध के पहले से ही बढ़ी हुई है। गेहूं के निर्यात पर रोक के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि केंद्र सरकार पर्याप्त गेहूं खरीदने में विफल रही है यह एक किसान विरोधी कदम है। इस बात से मुझे कोई हैरानी नहीं हो रही है क्योंकि यह सरकार कभी भी किसानों के हितेषी नहीं रही है।
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