Chankya Niti: भारत के इतिहास में आचार्य चाणक्य का महत्वपूर्ण स्थान है। खंड-खंड में बंटे भारत को एक सूत्र में पिरोने का श्रेय आचार्य चाणक्य को ही जाता है। उनकी बताए गए लाइफ मैनेजमेंट सूत्र आज के समय में भी प्रासंगिक है।
Kalbhairav Ashtami 2024 Kab Hai: इस बार 22 नवंबर, शुक्रवार को कालभैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, इसी तिथि पर महादेव ने भगवान कालभैरव के रूप में अवतार लिया था। इस दिन कालभैरव को विशेष चीजें चढ़ाई जाती हैं।
हिंदू धर्म में खाने की चीजों को लेकर कईं तरह की मान्यताएं हैं। ऐसी ही एक मान्यता ये भी है कि मसूर की दाल मांसाहार के समान होती है, इसलिए ब्राह्मण इसे नहीं खाते। जानें इस मान्यता से जुड़ा कारण।
December 2024 Festival Calendar: साल 2024 का अंतिम महीने दिसंबर में कईं प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। साथ ही इस महीने में खर मास भी रहेगा, जिसके चलते शुभ कार्य जैसे विवाह आदि नहीं हो पाएंगे।
Shankaracharya Avimukteshwarananda Video: कईं बार लंबे समय तक पूजा करने से शिवलिंग खंडित हो जाता है। तब इस स्थिति में क्या करना चाहिए। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से जानें इसका उपाय।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में 5 ऐसे स्थानों के बारे में बताया है, जहां बिल्कुल रहना नहीं चाहिए और जितनी जल्दी हो वहां से दूसरे स्थान पर चले जाना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में कईं तरह की बातें बताई गई हैं। ये बातें हमारे दैनिक जीवन से भी जुड़ी होती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार को पैसा उधार नहीं देना चाहिए, इससे गुड लक चला जाता है।
Lal Kitab Ke Upay: अगर घर में एक के बाद एक सदस्य लगातार बीमार होते रहतें हैं तो इसके पीछे कईं कारण हो सकते हैं जैसे ग्रह दोष या वास्तु दोष आदि। इन दोषों को दूर करने के लिए लाल किताब के कुछ उपाय करने चाहिए।
Kalbhairav jayanti 2024: अगहन मास में हर साल कालभैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इसे कालभैरव जयंती भी कहते हैं। इस बार ये पर्व 22 नवंबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
Kab Hai Utpanna Ekadashi 2024: अगहन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। जानें इस बार कब है उत्पन्ना एकादशी 2024?