इस बार 8 अक्टूबर, मंगलवार को विजयादशमी का पर्व है। भगवान श्रीराम ने त्रेता युग में अत्याचारी रावण का अंत किया था।
भगवान श्रीराम के जीवन का वर्णन यूं तो कई ग्रंथों में मिलता है, लेकिन इन सभी में वाल्मीकि रामायण में लिखे गए तथ्यों को ही सबसे सटीक माना गया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, आश्विन मास की दशमी तिथि को विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का अंत किया था।
नवरात्रि के नौ दिनों का अलग-अलग महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार अष्टमी तिथि 6 अक्टूबर को दोपहर तक रहेगी।
आश्विन मास की दशमी तिथि को विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 8 अक्टूबर को है।
7 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का अंतिम दिन है। इस दिन देवी के सिद्धिदात्री रूप की पूजा की जाती है।
नवरात्रि में देवी के अनेक रूपों यानी अवतारों की पूजा की जाती है। इनमें से कई अवतार देवी ने दैत्यों के संहार करने हेतु लिए थे।
शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन (7 अक्टूबर) मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं।
दुष्टों के नाश और अपने भक्तों की रक्षा के लिए देवी ने अनेक रूपों में अवतार लिए। देवी का ऐसा ही एक अनोखा अवतार है शाकंभरी।
प्रतिवर्ष विजयादशमी (8 अक्टूबर) पर रावण दहन किया जाता है। रावण परम विद्वान व शक्तिशाली था। रावण ने न सिर्फ मनुष्यों बल्कि देवताओं को भी हराया था।