इस बार 8 दिसंबर, रविवार को गीता जयंती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
इस बार 9 दिसंबर, सोमवार को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है।
घर में भी देवी-देवताओं के लिए मंदिर बनवाने की परंपरा बहुत ही पुराने समय से चली आ रही है। आज भी काफी लोग इस परंपरा का पालन करते हैं और अपने-अपने घर में मंदिर बनवाते हैं।
8 दिसंबर, रविवार को अगहन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इस दिन गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है।
मार्गशीर्ष (अगहन) मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है।
कुंडली में जिस ग्रह की जैसी स्थिति होती है, वैसा ही असर हमारे जीवन पर पड़ता है। ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति का संकेत हमें डेली लाइफ में भी मिलते हैं।
पूर्णिमा तिथि पर देवी लक्ष्मी की पूजा से धन लाभ के योग बन सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार पूर्णिमा और गुरुवार का योग होने से ये दिन और भी शुभ हो गया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार दत्तात्रेय भगवान विष्णु के ही अवतार हैं। श्रीमद्भागवत आदि ग्रंथों के अनुसार इन्होंने चौबीस गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की थी।
शकुनि महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक था। शकुनि गांधार साम्राज्य का राजा था। यह स्थान वर्तमान के अफगानिस्तान में है। शकुनि गांधारी का भाई था।
वास्तु शास्त्र में हर पौधे के लिए एक दिशा निर्धारित है। अगर सही दिशा में पौधा लगाया जाए तो उससे कई फायदे मिल सकते हैं, लेकिन गलत दिशा में लगाए पौधे फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं।