Rahu Ketu Ke Upay: हमारे सौर मंडल में 9 ग्रह हैं, इनमें राहु-केतु भी शामिल हैं। इन ग्रहों का नाम सुनते ही मन में अचानक भय उत्पन्न हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों ग्रहों को क्रूर ग्रह भी कहा जाता है।
हिंदू धर्म में कईं मान्यताएं हैं। उन्हीं में से एक ये भी है कि गलती से भी कभी भगवान श्रीगणेश की पीठ के दर्शन नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ होता है और भविष्य में हमें परेशानी उठानी पड़ सकती है।
भगवान श्रीगणेश को सुख-समृद्धि देने वाले देवता माना गया है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कईं देशों में इनकी पूजा की जाती है। फर्क सिर्फ इतना है कि यहां इनके स्वरूप और नाम अलग हैं।
Radha Janmashtami 2023: इस बार राधा जन्माष्टमी का पर्व 23 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन कईं शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर श्रीकृष्ण की प्रेयसी राधा का जन्म हुआ था।
India-Canada Ties: खालिस्तान आतंकवादी की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में तनाव बढ़ता जा रहा है। आपको बता दें कि कनाड़ा में भारतीय मूल के लाखों लोग रहते हैं और यहां कईं प्रसिद्धि हिंदू मंदिर भी हैं।
India-Canada Ties: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत में हुए G20 समिट में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के मुद्दे को उठाना चाहते थे, लेकिन अन्य देश इसके लिए राजी नहीं हुए। आखिर क्या है खालिस्तान का अर्थ और ये क्यों विवादित है?
Statue of Oneness Omkareshwar: मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण 21 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान करेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य कौन थे, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है।
Omkareshwar Adi Shankaracharya Statue Unveiled: 21 सितंबर, गुरुवार को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान करने वाले हैं। आदि गुरु शंकराचार्य भारत के महान विद्वान थे।
देश भर में भगवान गणेश के हजारों मंदिर हैं जहां हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आज से गणेश उत्सव भी शुरू हो गया है। ऐसे में यहां देखें देश के 10 प्रसिद्ध गणपति मंदिर कौन-कौन से हैं।
हिंदू धर्म में तुलसी को परम पवित्र माना गया है। लगभग सभी देवताओं की पूजा में तुलसी का उपयोग किया जाता है, लेकिन श्रीगणेश की पूजा में तुलसी का उपयोग वर्जित है। इसके पीछे एक रोचक कथा है, जिसका वर्णन गणेश पुराण में मिलता है।