Padmini Ekadashi Upay: 29 जुलाई, शनिवार को पद्मिनी एकादशी है। ये एकादशी 3 साल में एक बार आती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से हर संकट दूर हो सकता है। जानें इन उपायों के बारे में…
Muharram 2023: इस बार 29 जुलाई, शनिवार को मुहर्रम का जुलूस निकाला जाएगा, जिसे यौम-ए-अशूरा भी कहा जाता है। जुलूस के दौरान मुस्लिम धर्म के लोग इमाम हुसैन की शहादत को याद कर गम मनाते हैं और एक खास तरह का शोक गीत गाते हैं जिसे मर्सिया कहा जाता है।
Muharram 2023: इस्लाम के इतिहास में जब भी इमाम हुसैन का नाम आता है तो कर्बला की लड़ाई को जरूर याद किया जाता है। हर साल मुहर्रम के महीने में इमाम हुसैन की शहादत को याद कर जुलूस निकाला जाता है और शोक मनाया जाता है।
Padmini Ekadashi 2023: इन दिनों सावन का अधिक मास चल रहा है, जो 19 साल बाद आया है। सावन अधिक मास की एकादशी तिथि 29 जुलाई, शनिवार को है। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस दिन किए गए उपायों से हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
फिल्म ओ मॉय गॉड 2 (OMG 2) का दूसरा गीत जो भगवान शिव पर आधारित है, 27 जुलाई को रिलीज हो चुका है। इस गीत में भगवान शिव की आराधना की गई है। इसके पहले भी फिल्मों में महादेव के कई सुपरहिट भजन आ चुके हैं, जो आज भी लोगों की जुबां पर है।
Shukra Niti: दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य के लाइफ मैनेजमेंट टिप्स को शुक्र नीति कहा जाता है। इसमें कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान अगर रखा जाए तो कई परेशानियों से बचा जा सकता है। इनमें से एक नीति पत्नी, पैसा और पुस्तक से जुड़ी हुई है।
भगवान शिव का वाहन नंदी है, ये बात तो सभी जानते हैं। हम अक्सर देखते हैं कि भक्त जब शिव मंदिर में दर्शन करने जाते हैं तो नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहते हैं। ये एक परंपरा है। इस परंपरा के पीछे एक खास मान्यता जुड़ी है।
Padmini Ekadashi Katha: 29 जुलाई, शनिवार को अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इसे कमला और पद्मिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। अधिक मास 3 साल में एक बार आता है, इसलिए इस एकादशी का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।
Sawan 2023: अक्सर लोग अपने घरों में शिवजी की तस्वीर लगाते हैं। इससी उन पर महादेव की कृपा बनी रहती है। लेकिन शिवजी की तस्वीर घर में लगाते समय कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। नहीं तो इसका अशुभ परिणाम भी हो सकता है।
Ganesh Chaturthi 2023 Date: हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इसी दिन से 10 दिवसीय गणेश उत्सव की शुरूआत मानी जाती है। इस बार इस पर्व को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है।