Parma Ekadashi 2023:इन दिनों सावन का अधिक मास चल रहा है। धर्म ग्रंथों में अधिक मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में की गई पूजा, उपवास, दान आदि का फल कई गुना होकर मिलता है। इस महीने की एकादशी भी बहुत खास मानी गई है।
Adhik Maas Shivratri 2023: इस समय सावन का अधिक मास चल रहा है। वैसे तो अधिक मास हर 3 साल में आता है, लेकिन सावन का अधिक मास 19 साल बाद यानी 2004 के बाद अब बना है। सावन के अधिक मास में शिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बन रहा है।
Nagpanchami 2023: इस बार नागपंचमी का पर्व 21 अगस्त, सोमवार को है। इस दिन नागदेवता की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। नागों से जुड़ी कई मान्यताएं और परंपराएं हमारे समाज में प्रचलित है। इनके पीछे कोई न कोई धार्मिक या मनोवैज्ञानिक पक्ष जुड़ा हुआ है।
Nagpanchami 2023: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 21 अगस्त, सोमवार को है। इस दिन नागदेवता की पूजा का विधान है। कई लोगों को लगातार सांप से जुड़े सपने आते हैं, ये किसी खास बात का संकेत होते हैं।
Chankya Niti: आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में लाइफ मैनेजमेंट की कई टिप्स बताई हैं, जो आज के समय में भी उपयोगी है। आचार्य चाणक्य की इन नीतियों का पालन किया जाए तो अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है।
Ujjain Mahakal Sawari Live: मध्य प्रदेश के उज्जैन में 7 अगस्त, सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकाली गई। ये सावन मास की पांचवी सवारी थी।सोमवार की सुबह से ही महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
2023 rakshabandhan kab hai: इस बार रक्षाबंधन का पर्व 30 अगस्त को मनाया जाएगा। आजकल बाजार में कई तरह की फैंसी राखी मिलती है, जिन पर कई चिह्न बने होते हैं। इनमें से कई राखी अलग-अलग कारणों से अशुभ मानी गई है।
Benefits of Rudraksha: रुद्राक्ष भगवान शिव का आभूषण है। बिना रुद्राक्ष के महादेव के स्वरूप की कल्पना भी नहीं की जा सकती। शिवपुराण सहित कईं ग्रंथों में रुद्राक्ष का महत्व बताया गया है। आधुनिक विज्ञान भी रुद्राक्ष को सेहत के लिए फायदेमंद मानता है।
Aaj Ka Panchang: 7 अगस्त, सोमवार को अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग बनेगा। राहुकाल शाम 07:40 से 09:18 तक रहेगा। शुक्र ग्रह सिंह से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेगा।
इस बार नागपंचमी का पर्व 21 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा। हमारे देश में कई नाग मंदिर हैं जहां नागपंचमी पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है। ऐसा ही एक नाग मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी है। खास बात ये है कि ये साल में सिर्फ एक बार नागपंचमी पर ही खुलता है।