17 अक्टूबर, गुरुवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व में मुख्य रूप से भगवान श्रीगणेश व चंद्रदेव की पूजा की जाती है।
इस बार 17 अक्टूबर, गुरुवार को सुहागिन महिलाओं का महापर्व करवा चौथ है। इस दिन पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
वास्तु शास्त्र के अंतर्गत ऐसे अनेक उपाय बताए गए हैं, जिनसे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है साथ ही पैसों से जुड़ी समस्याएं भी खत्म होती हैं।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, मनुष्य का शरीर पंच तत्वों (वायु, अग्नि, पृथ्वी, जल और आकाश) से बना है। इन सभी में जल को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि जल के बिना जीवन संभव ही नहीं है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज (14 अक्टूबर, सोमवार) से कार्तिक मास शुरू हो रहा है, जो 12 नवंबर तक रहेगा। धार्मिक दृष्टिकोण से इस महीने का विशेष महत्व है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 17 अक्टूबर, गुरुवार को है।
पर्वों और दान-पुण्य का सबसे बड़ा महीना कार्तिक मास इस बार 14 अक्टूबर, सोमवार से शुरू हो रहा है, जो 12 नवंबर, मंगलवार को समाप्त होगा।
हिंदू धर्म में पूजा दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है। पूजा से जुड़े कई नियम भी बनाए गए हैं।
इस बार 17 अक्टूबर, गुरुवार को सुहागिन महिलाओं का खास त्योहार करवा चौथ है। इस दिन स्त्रियां अपने पति के सौभाग्य, लंबी उम्र और आरोग्य लिए व्रत रखती हैं।
सभी लड़कों की चाहत होती है कि उनकी होनी वाली पत्नी सुंदर हो। जन्म कुंडली देखकर इस बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है।