2 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। महिलाएं इस दिन हरितालिका तीज का व्रत करती हैं।
धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश का जन्म हुआ था। इसीलिए इस चतुर्थी को विनायक चतुर्थी, सिद्धिविनायक चतुर्थी और श्रीगणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
रुद्राक्ष भगवान शंकर के स्वरूप से जुड़ा है। भगवान शंकर के उपासक इन्हें माला के रूप में पहनते हैं।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 सितंबर, सोमवार को है।
गणेश चतुर्थी का त्योहार आने ही वाला है। पूरे भारत में ये त्यौहार बड़े श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 2 सितंबर, सोमवार को है।
इस बार 2 सितंबर, सोमवार को गणेश चतुर्थी है। भगवान श्रीगणेश के जन्म की कथा जितनी रोचक है, उनके शरीर की बनावट भी उतनी ही रहस्यमयी है।
गणेश चतुर्थी को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, गोवा पुलिस ने पूरी की तैयारी
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हनुमानजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय हनुमान चालीसा का पाठ करना है।
इस बार 2 सितंबर, सोमवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन घर-घर में प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाएगी।