इस बार आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्र 3 से 10 जुलाई तक मनाई जाएगी। अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन होने से इस बार गुप्त नवरात्र 8 दिनों की होगी।
पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा
गुप्त नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार, देवी का यह नाम हिमालय के यहां जन्म होने से पड़ा। मां शैलपुत्री को अखंड सौभाग्य का प्रतीक भीमाना जाता है। स्त्रियों के लिए उनकी पूजा करना ही श्रेष्ठ और मंगलकारी है।