सार

Boxing day test: भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल विदेशी धरती पर रन बनाने में लगातार फ्लॉप हो रहे हैं। उनके बल्ले से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024 में भी बड़ी पारी नहीं आई है। अब इस बार पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रिकी पोंटिंग ने उनकी कमियां उजागर की है।

 

IND vs AUS 2024: भारतीय क्रिकेटर शुभमन गिल का प्रदर्शन विदेशी धरती पर निराशाजनक रहा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 में भी गिल का बल्ला कुछ खास नहीं रहा है और अब तक एक भी शतक उनके बल्ले से 4 पारियों में एक भी शतक नहीं निकला है। अब भारतीय बल्लेबाज के विदेश में लगातार फ्लॉप होने पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी रिकी पोंटिंग ने उनकी कमी को उजागर किया है। पोंटिंग ने उनकी बल्लेबाजी तकनीक में बदलाव की बात कही है।

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि भारतीय टॉप ऑर्डर बल्लेबाज शुभमन गिल ने अपने बल्लेबाजी तकनीक में बदलाव किया है, जिसके कारण विदेशों में उनके बल्ले से रन नहीं आ रहे हैं। उन्हें आत्मविश्वास पैदा करने की आवश्यकता है। गिल अब तक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दो टेस्ट मैच खेले हैं और उनके बल्ले से अब तक एक भी बड़ी पारी नहीं निकली है। अंगूठे के चोट के कारण वह पर्थ टेस्ट में नहीं खेल पाए थे।

विदेशी धरती पर क्यों नहीं बन रहे रन?

रिकी पोंटिंग ने आईसीसी के रिव्यू में बताया कि "गिल को खेलते देखना मुझे अच्छा लगता है। आप जब उसे बल्लेबाजी करते देखते हैं, तो कुछ समय उनकी बात ही अलग होती है। लेकिन, विदेशी जमीन पर पता नहीं उन्हें क्या हो जाता है और वह रन बनाने में असफल रहते हैं।"

 

 

एडिलेड टेस्ट में गिल ने बदली बल्लेबाजी शैली

काउंटिंग का मानना है कि गिल ने एडिलेड टेस्ट में खेलते हुए अपनी बल्लेबाजी शैली में बदलाव किया, जिसके कारण वह बड़ी पारी खेलने में नाकाम हो गए। उन्होंने बताया कि "गिल को एडिलेड में मैं जब बल्लेबाजी करते हुए देखा, तो मैंने पाया कि उनकी तकनीक कुछ अलग दिख रही है। उनके सामने जब स्कॉट बोलैंड गेंदबाजी कर रहा था, उसे समय ऑफ स्टंप पर जाती गेंद पर फ्रंट पैड आगे फेंक दिया। बुलंद की सीधी गेंद उनके विकेट पर जा लगी और वह बोल्ड हो गए।"

अपने मजबूत पक्ष को करना होगा बैक

इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया का पूर्व कप्तान ने कहा कि शुभमन गिल को ज्यादा इधर-उधर का ध्यान न देकर अपने गेम पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने सलाह देते हुए बोला "गिल को अपनी रक्षात्मक तकनीक पर विशेष ध्यान देना होगा, तभी ऑस्ट्रेलिया के पिच पर कामयाब हो सकते हैं। उसने भारत या दूसरे देशों में आक्रामक बैटिंग करते हुए रन बनाए हैं। उसने अभी तक आउट के बजे रन बनाने के बारे में सोचा है और इसी को आगे भी फॉलो अप करना होगा।"

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