सार

पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) से पहले दिन अच्छी खबर आई है। तीरंदाजी में भारतीय महिला टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची है। अंकिता भकत (Ankita Bhakat) ने शानदार प्रदर्शन किया है।

 

पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में चल रहे ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में पहले दिन तीरंदाजी में भारत की महिला टीम को कामयाबी मिली है। चौथे स्थान पर रहकर टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है।

26 साल की अंकिता भकत दीपिका कुमार जैसी अनुभवी तीरंदाजों को पीछे छोड़ते हुए व्यक्तिगत रिकर्व क्वालीफिकेशन में 11वें स्थान पर आईं हैं। 666 अंकों के साथ अंकिता टॉप रैंकिंग वाली भारतीय महिला बनीं। इसके बाद भजन कौर (559 अंकों के साथ 22वें) और दीपिका कुमारी (658 अंकों के साथ 23वें) का स्थान रहा। टीम स्पर्धा में भारत ने 1983 अंक पाकर चौथा स्थान हासिल किया। दक्षिण कोरिया 2046 अंकों के साथ टॉप पर रहा। चीन दूसरे और मैक्सिको तीसरे स्थान पर रहा।

 

 

सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया से हो सकता है मुकाबला 

बता दें कि तीरंदाजी के टीम मुकाबले में टॉप 4 में रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचती हैं। 5 से 12 नंबर तक आने वाली टीमें राउंड ऑफ 16 के मैच खेलती हैं। फ्रांस और नीदरलैंड के बीच होने वाले मुकाबले में जो टीम जीतेगी उससे भारत का आमना-सामना होगा। इस मैच में जीत मिली तो भारत सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया से भिड़ सकता है।

तीरंदाजी में दक्षिण कोरिया की महिला टीम बेहद मजबूत है। तीन साल पहले टोक्यो में इसने लगातार नौवां ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता था। व्यक्तिगत वर्ग में कोरिया की लिम सिहियोन 694 अंक का विश्व रिकार्ड बनाते हुए टॉप रहीं। कोरिया की सुहियोन नाम 688 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। चीन की यांग शियाओलेई 673 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।

यह भी पढ़ें- Paris Olympic 2024: विवादों से भरे मैच में मोरक्को जीता, अर्जेंटीना को मिली हार

कौन हैं अंकिता भकत?

अंकिता भकत बंगाल की रहने वाली हैं। वह टाटा अकादमी की ओर से खेलती हैं। उन्होंने 10 साल की उम्र में तीरंदाजी शुरू की थी। अंकिता ने कलकत्ता के तीरंदाजी क्लब में ट्रेनिंग ली है। 2014 में वह जमशेदपुर में तीरंदाजी अकादमी में शामिल हुईं। यहां राम अवधेश, पूर्णिमा महतो और धर्मेंद्र तिवारी के मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा।

यह भी पढ़ें- Paris Olympic 2024:एफिल टावर पर दिखा शानदार नजारा, ओलंपिक रिंग में से गुजरा चांद