कोरिया, छत्तीसगढ़. कहते हैं कि जहां चाह-वहां राह! जरूरी नहीं कि कोई उपयोगी चीज के निर्माण के लिए इंजीनियर बना जाए। अगर आपमें हुनर है और कुछ कर दिखाने का जुनून..तो आप कुछ भी बना सकते हैं। यह लुहार दम्पती इसी का उदाहरण है। कबाड़ की जुगाड़ (Desi Jugaad Science) से बनाई इनकी ऑटोमेटिक हैमर मशीन (Automatic hammer machine) सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। पहले यह दम्पती परंपरागत तरीके से लोहा गर्म करके उसे पीटने और कुदाल, हंसिया आदि बनाने का काम करते थे। यह बेहद मेहनत का काम था। इसमें महिला गर्म लोहे पर भारी हथोड़ा मारकर उसे आकार देती थी। इससे उसके हाथों में छाले पड़ जाते थे। यह देखकर पति को बड़ा दुख हुआ। बस, फिर क्या था...दोनों ने मिलकर यह मशीन बना दी। पढ़िए आगे की कहानी..