बीजेपी के लिए एक तरफ अपनी कब्जे वाली सीटों को बचाने की चिंता सता रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी से बगावत कर मैदान में उतरे प्रत्याशी एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं
झारखंड विधानसभा चुनाव के 5 वें चरण के लिए शुक्रवार को सुबह 7 से वोटिंग जारी समाप्त हो गया। अंतिम चरण में प्रदेश के 6 जिलों की 16 सीटों पर वोट डाले गए। पांचवें चरण में कुल 237 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनकी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन अपने एक बयान के चलते भारी विवाद में फंस गए हैं
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए छह जिलों में फैले इन विधानसभा क्षेत्रों में 40,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं
प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री दिनेश षाड़ंगी से लेकर राजेन्द्र प्रसाद सिंह तक की बात करें, तो अगली बार इनमें से कोई चुनाव जीतकर विधानसभा नहीं पहुंचे ऐसे विधानसभा अध्यक्ष के साथ भी जुड़ा हुआ है मिथक
करीब डेढ़ महीने पहले 10 साल के बच्चे की जिंदगी में ऐसी घटना हुई, जिसने उसकी आदतें ही बदल दीं। कभी आम बच्चों की तरह मां से प्यारी-प्यारी बातें करने वाला यह बच्चा अब जानवरों की तरह हमलावर हो गया है।
बता दें कि झारखंड की सियासत में हेमंत सोरेन की गिनती कद्दावर नेताओं में होती है। कुछ ही सालों के अंदर हेमंत सोरेन ने सियासत की बुलंदियों को छूने में कामयाबी हासिल की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून से किसी भारतीय को कोई नुकसान नहीं होने का दावा दोहराते हुए कांग्रेस समेत विपक्ष को यह सार्वजनिक ऐलान करने की चुनौती दी कि वे सभी पाकिस्तानियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए तैयार हैं।
जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दो सीटों बरहेट और दुमका सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं। पिछले चुनाव में भी वो इन्ही दोनों सीटों से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन दुमका सीट से वो हार गए थे।
ये सिर्फ चुनाव ही नहीं लड़ रहे बल्कि अलग-अलग कैंडिडेट होने के नियम भी फॉलो कर रहे हैं। दोनों पति पत्नी ने साथ में नामांकन भरने नहीं गए।