सार

राजस्थान में अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आई है। यहां वेलेंटाइन मनाने अपनी प्रेमिका से मिलने प्रेमी उसके घर पहुंचा था। तभी लड़की के माता-पिता जाग गए। डर के मारे वह प्रेमिका के घर से इतना भागा की भागते भागते पाकिस्तान पहुंच गया। अब जाकर मिली रिहाई।

बाड़मेर (barmer). अजब प्रेम की गजब कहानी राजस्थान के बाड़मेर जिले से सामने आई है...। शहर के करीब ही एक गांव में एक युवक अपनी प्रेमिका से रात के समय चुपचाप मिलने गया। इसकी सूचना किसी को नहीं थी। वह प्रेमिका के घर भी पहुंच गया लेकिन अचानक परिवार के लोग जाग गए। हंगामा हो गया। उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह ऐसा भागा कि भागते भागते सरहद के पार यानि पाकिस्तान जा पहुंचा। सवेरे जब पता चला कि पाकिस्तान पहुंच गया तो वह हक्का बक्का रह गया। वहां उसे पकड़ लिया गया। अब वह करीब 28 महीने के बाद वापस लौट रहा है। उसे लौटाने के लिए परिवार ने दिल्ली में सरकार तक से गुहार लगाई है ।

बॉर्डर के पास था युवक का गांव, जान बचाने के चक्कर में पहुंचा पाकिस्तान

दरअसल बाड़मेर जिले में भारत पाक बॉर्डर के नजदीक गांव कुम्हारों का टीबा में रहने वाला गेमाराम चार नवम्बर 2020 को गांव में ही रहने वाली अपनी प्रेमिका से मिलने गया था। लेकिन वहां से रात को दौड़ा दिया गया और वह ऐसा भागा कि पड़ोसी देश जाके रुका। उसे पाकिस्तान में पकड़ लिया गया और कराची जेल में ट्रेस पासिंग के आरोप में बंद कर दिया गया। बेटे का इंतजार करते करते पिता जुगताराम की तो मौत ही हो गई। साल 2021 में नवम्बर में पिता की जान चली गई। परिवार ने इस मामले में बाड़मेर में बेटे की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।

परिवार युवक की रिहाई के लिए सरकार के भरोसे

इस ममामले मे परिवार ने स्थानीय नेताओं की मदद ली और केंद्रीय मंत्री कैलाश चैधरी के सामने अपना पक्ष रखा। 29 जनवरी 2023 को विदेश मंत्री डा एस जयशंकर को पत्र लिखकर गेमाराम की रिहाई की मांग की। पाकिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास के अफसरों से भी इस बारे में चर्चा की गई। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। अब सरकार पर ही आस है । इस बारे में सांसद हनुमान बेनीवाल, केंद्रीय मंत्री कैलाश चैधरी समेत तमाम नेताओं ने प्रयास किए हैं और इसी प्रयास के चलते अब गेमाराम को आज शाम तक वापस भारत की सीमा में छोड़ा जा सकता है।

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