सार

राजस्थान में महवा को नया जिला बनाने की मांग बीजेपी विधायक राजेंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की है। मीणा ने पत्र में महवा के व्यापारिक महत्व और भौगोलिक स्थिति का हवाला देते हुए जिला बनाने की मांग की है। गहलोत सरकार में 17 नए जिले बनाए गए थे।

Bhajan Lal Govt News: राजस्थान में इन दिनो महवा को नए जिला बनाने की मांग चल रही है। इसको लेकर बीजेपी विधायक राजेंद्र मीणा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने लेटर में सीएम को महवा के कई महत्वपूर्ण चीजों से अवगत कराने की कोशिश की है। खत में लिखा है कि महवा पूर्वी राजस्थान का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है और यहां आसपास के 70 से 80 किलोमीटर तक के क्षेत्र के लोग खरीदारी के लिए आते हैं। ये कई गांव जिला मुख्यालय से 100. से 120 किलोमीटर दूर हैं, जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

राजेंद्र मीणा ने पत्र में कहा कि महवा के पास स्थित बालाहेडी कस्बा तांबे के बर्तन बनाने के लिए प्रसिद्ध है और यह भी जिला मुख्यालय से काफी दूर है। यहां मंडावर रेलवे स्टेशन, 2 कृषि उपज मंडी, 3 पंचायत समिति, 2 उपखंड कार्यालय, 1 CO सर्किल कार्यालय, कई पुलिस थाने और चिकित्सा सुविधाएं भी मौजूद हैं। इन सबके बावजूद अभी तक जिला नहीं बनाया गया है।

राजस्थान में गहलोत सरकार में बने 17 नए जिले

गौरतलब, है कि विधायक राजेंद्र मीणा के अलावा बांदीकुई विधायक भागचंद टांकडा भी विधानसभा में बांदीकुई को जिला बनाने की मांग उठा चुके हैं। इन दोनों विधायकों की मांग पर सीएम ने विचार करने का भरोसा दिलाया है। बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार के समय 17 नए जिले बनाए गए थे। बीजेपी सरकार इन जिलों की समीक्षा कर रही है और हाल ही में इस संबंध में एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि इन 17 जिलों में से अधिकतर जिलों को फिर से पुराने जिलों में मर्ज करने की कार्ययोजना पर विचार हो रहा है। लेकिन उप चुनाव से पहले इस काम को करने का रिस्क सरकार नहीं ले पा रही है। 

राजस्थान के हर जिलों पर होने वाले खर्च

राजस्थान में पिछले साल 33 जिले हुआ करते थे, जिनमें 17 और नए जिले जोड़कर उनको 50 कर दिया गया था। इस पर सीएम भजन लाल ने कहा कि हर जिले पर करीब दो हजार करोड़ खर्च होते हैं।

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