सार

भीलवाड़ा के एक स्कूल में शिक्षिका सत्तू प्रजापति की लंच के बाद अचानक मौत हो गई। कार्डिएक अरेस्ट से हुई इस घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही का खतरा एक बार फिर सामने आया है।

भीलवाड़ा. आजकल के जीवनशैली के चलते कम उम्र में भी लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। एक ऐसी ही दुखद घटना भीलवाड़ा जिले के मांडल कस्बे में स्थित मेजा ग्राम स्थित कस्तूरबागांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई, जहां एक शिक्षिका की अचानक मौत हो गई। सत्तू प्रजापति नामक शिक्षिका की स्कूल में लंच के समय कार्डिएक अरेस्ट से मौत हो गए, जिससे सभी स्तब्ध हैं।

अगली क्लास लेने के लिए जैसे ही गई टीचर और आ गई मौत

सत्तू प्रजापति मोहन कॉलोनी में रहती थीं और विद्यालय में प्रबोधक के पद पर कार्यरत थीं। मंगलवार को उन्होंने लंच ब्रेक में घर से बनाया हुआ खाना खाया था, जिसके बाद उनकी तबियत खराब होने लगी। बताया जा रहा है कि जैसे ही ब्रेक के बाद सत्तू ने अगली क्लास लेने के लिए कदम बढ़ाया, उनकी हालत और बिगड़ गई और वह अचानक बेहोश हो गईं।

पीएम रिपोर्ट में पता चला मौत का सच

स्कूल के अन्य शिक्षकों ने तुरंत उन्हें प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की और उसे नजदीकी उप जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आज पता चला कि डॉक्टर्स ने बताया कि उनकी मौत कार्डिएक अरेस्ट के कारण हुई। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भीलवाड़ा भेजा गया, जहां रिपोर्ट में भी कार्डिएक अरेस्ट की पुष्टि हुई।

इस गलती को नहीं करें नजर अंदाज…नहीं तो

इस घटना ने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही के खतरों को और स्पष्ट किया है। आज के तेज.तर्रार जीवन में लोग अपनी सेहत को नजरअंदाज करते हैं, जो खतरनाक हो सकता है। एक स्वस्थ जीवनशैली और नियमित स्वास्थ्य जांच इस तरह की घटनाओं को रोकने में मददगार हो सकती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

 

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