बूंदी, राजस्थान. जात-पात की दकियानूसी सोच के चलते एक दूल्हे को अपनी बिंदौरी निकालने प्रशासन से गुहार लगानी पड़ी। लिहाजा 4 थानों के करीब 80 पुलिसवाले गांव पहुंचे और फिर संगीनों के साये में दूल्हे की बिंदौरी निकाली गई। दरअसल, दूल्हा दलित है। ऊंची जाति के कुछ लोगों को यह कतई मंजूर नहीं था कि दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर उनके मोहल्ले से गुजरे। इसके लिए दूल्हे के परिजनों को धमकी दी गई थी। लोगों ने कहा था कि अगर दूल्हा घोड़ी पर बैठकर गांव में निकला..तो उसकी टांगें तोड़ देंगे। लेकिन दूल्हे राजा नहीं डरे। उन्होंने प्रशासन से हेल्प मांगी। लिहाजा, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई। बता दें कि दूल्हा एक सरकारी स्कूल में टीचर है। मामला सदर थाने के संगावदा गांव का है। दूल्हे की बिंदौरी जेड प्लस जैसी सुरक्षा में निकली। इसे एक डीएसपी स्तर के अधिकारी लीड कर रहे थे । वहीं प्रशासन की ओर से बूंदी तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी भी मौजूद रहे।