नई दिल्ली. मेहनत वो चाबी है जो हर किस्मत का ताला खोल देती है। मजबूत इरादों के साथ लक्ष्य का पीछा किया जाए, तो राह में आने वाली हर मुश्किल खुद-बख़ुद अपना रास्ता मोड़ लेगी। हमारी आज की कहानी एक ऐसे चाय वाले के बेटे की है, जिसने चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता की जो कहानी लिखा वह वाक़ई में बेहद प्रेरणादायक है। हम बात कर रहे हैं 2018 बैच के आईएएस ऑफ़िसर देशल दान की, जिसने हिंदी माध्यम से पढ़ाई करते हुए भी अफसर बनकर दिखाया। उन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत सी परेशानियां झेली, गरीबी और तंगहाली में दिन गुजारे, लोगों ने चाय वाले का बेटा कहकर चिढ़ाया भी। पर आज वो देश का गौरव हैं। IAS सक्सेज स्टोरी में हम आपको देशल के संघर्ष की कहानी सुने रहे हैं...