प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं 13 साल की उम्र में पिता के साथ आई थी, कुछ ही दिनो में 50 साल की होने वाली हूं आपनें भी रिश्ता निभाया और मैंने भी। उन्होने कहा कि परिस्थितिया बनी आप भी सीखे हम भी, कोई शिकवा नहीं। पिछले चुनाव में यहा एक झूठका जाल फैलाया गया। उन्होंने जो साढे सात सालों से फैला रहे। ढ़ाई सालों में क्या हुआ, सबसे पहले कोरोना की पहली लहर आई, अमेठी के लोग प्रदेश में फंसे थे। अमेठी रायबरेली के लोगों के फोन आते थे, बीजेपी कहां थीं और कहां थी आपकी सांसद, तब लोग रोकर कहते थे घर पहुंचा दें, हमने बस दिया ठुकरा दिया।