कोटा. राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन के दौरान फंसे उत्तरप्रदेश के करीब साढ़े 7 हजार कोचिंग छात्रों को लेने के लिए शुक्रवार को यूपी सरकार ने 252 बसें कोटा भेजी। ये सभी छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारियों के लिए कोटा में कोचिंग कर रहे हैं। सभी छात्र कोटा से यूपी के लिए रवाना भी हो चुके हैं। सभी छात्र शनिवार को यूपी पहुंचेंगे। हालांकि इस दौरान बस अड्डे पर हजारों छात्रों के एक साथ इकठ्ठा होने पर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गईं।
आरोप है कि वह ड्यूटी पर आने के बाद नर्सिंग स्टेशन पर मरीजों से जुड़ा काम निपटा रही थी। इसी दौरान वार्ड इंजार्ज ने उसे पकड़ लिया और जबरन खींचने लगा। हालांकि, वह किसी तरह छुड़ाकर वहां से भाग निकली। आरोपी की हरकतें मोबाइल में रिकॉर्डिंग करने की कोशिश भी की।
कोटा/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस (कोविड 19) के खिलाफ जंग में अपने एक्शन की वजह से लगातार चर्चा में हैं। अब सीएम योगी ने राजस्थान के कोटा में फंसे मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों को निकालने के लिए रोडवेज की बसों के जरिए ऑपरेशन चलाया। इसके तहत 300 बसों को (200 आगरा से और 100 बसें झांसी से) कोटा भेजा गया।
प्रयागराज(Uttar Pradesh ). देश में इस समय कोरोना संकट चल रहा है। पूरे देश में इस समय लॉकडाउन किया गया है। यातायात समेत सारी सेवाओं पर रोक है। इन सब के बीच यूपी के सबसे बड़े आबादी वाले जिले प्रयागराज में कोरोना पर मजबूती से लगाम लग गई है। अधिकारियों ने सीएम योगी के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कराकर कोरोना के खिलाफ चल रही इस जंग में काफी हद तक विजय पा ली है।
लखनऊ(Uttar Pradesh ). CM योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के कोटा के विभिन्न कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे प्रदेश के तकरीबन आठ हजार छात्र-छात्राओं को उनके घरों तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। इसके लिए 300 बसों को कोटा भेजा गया है। CM के निर्देश पर आगरा परिक्षेत्र की 200 और झांसी की 100 बसों को कोटा भेजा गया है।
एक युवक ने 850 किलोमीटर का लम्बा सफर साइकिल से इसलिए तय कर डाला क्योंकि 15 अप्रैल को उसकी शादी होनी थी। हालांकि 6 दिन में 850 किलोमीटर की दूरी तो उसने तय कर ली फिर भी उसकी शादी तो नहीं हो सकी ।क्योकि स्वास्थ्य विभाग ने उसे क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया।
CM योगी ने अफसरों को निर्देश दिया कि किसी के पास राशन कार्ड हो या ना हो, आधार कार्ड हो या ना हो, वह शहर का नागरिक हो अथवा गांव का, अगर वह जरूरतमंद है तो उसे आनाज अवश्य मिले
ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने फतवा देते हुए कहा कि कोरोना से मौत पर भी पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार डॉक्टरों की गाइडलाइन के हिसाब से किया जाएगा
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस महामारी पर काफी हद तक नियंत्रित कर रखा है। योगी सरकार की मजबूत व्यूह रचना का ही कमाल है कि कोरोना को रोकने के मामले में उत्तर प्रदेश ने ब्रिटेन को ही पीछे छोड़ दिया है।
मैनपुरी(Uttar Pradesh ). लॉकडाउन में लोगों के रोजी- रोजगार ठप पड़ गए हैं। कई लोगों को पेट भरने के भी लाले पड़े हुए हैं। ऐसे ही एक मामला मैनपुरी का सामने आया है। मैनपुरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह अपनी टीम के साथ जिले का भ्रमण कर वहां की व्यवस्थाएं देख रहे थे। इसी बीच उनके CUG फोन की घंटी बजी। उन्होंने काल रिसीव किया तो एक महिला बेहद दुःख भरी आवाज में बोली साहब तीन दिन से मै और मेरा मासूम बेटा भूखे हैं। कुछ मदद कीजिए। इसके बाद DM ने जो किया वो बेहद सराहनीय है।