आरपीएफ एसआई सुधीर कुमार महिलाकर्मियों की मदद से उसे थाने लेकर आ गए। थाने पर उसने बताया कि ‘साहब, इस गरीबी में दो बेटियों को पाल पाना मुश्किल था, इसलिए छोटी बेटी के साथ आत्महत्या करने स्टेशन आई थी। पर, जब सुसाइड न कर सकी तो बेटी को कूड़ेदान में छोड़कर जाना ही मुनासिब समझा’।