केरल के कोच्चि में IIMC एलुमनी मीट का शानदार आयोजन किया गया। इस दौरान विजेताओं को इफको इमका अवार्ड्स 2023 से सम्मानित किया गया। संध्या मणिकंदन को इंडियन लैंग्वेज रिपोर्टर ऑफ द ईयर का अवार्ड मिला।
आईआईएमसी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू, 18 जून तक कर सकते हैं अप्लाई। जानिए फीस व फार्म भरने की प्रोसेस
आईआईएमसी के महानिदेशक ने बताया कि वर्ष 2019 में माइक्रोसॉफ्ट की एक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं को फर्जी खबरों का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है।
'न्यू मीडिया : भारतीय भाषाओं में उभरती संभावनाएं' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बालेन्दु शर्मा दाधीच ने कहा कि प्रौद्योगिकी का एक रूप है यूनिकोड।
ओमिक्रॉन : हमारा दायित्व' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. शशांक हेडा ने कहा कि ओमिक्रॉन से बचने के लिए हमें जागरुक रहने की आवश्यकता है। हमें कोविड संबंधित सभी व्यवहारों और नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन में भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता का खास योगदान रहा है। इसमें उर्दू पत्रकारिता अग्रणी रही है।
प्रोफेसर द्विवेदी ने कहा कि भारत एक उत्सवधर्मी देश है। उत्सव मनाने में हमेशा उत्साह काम करता है। अगर हम पूरे उत्साह के साथ भारतीय संस्कृति को अपने जीवन में उतारेंगे।
'राष्ट्रीय एकता की संकल्पना और सरदार पटेल' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि सरदार पटेल में कौटिल्य की कूटनीति और शिवाजी महाराज के शौर्य का समावेश था।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटलाइजेशन से मीडिया के स्वरूप में परिवर्तन आया है। इस बदलते दौर में 'फैक्ट' और 'फेक' के बीच लक्ष्मण रेखा खींचने की जरूरत है।
मीडिया के विद्यार्थियों को सलाह देते हुए राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि अगर आपकी स्किल अच्छी नहीं होगी, तो आप बेहतर पत्रकारिता नहीं कर सकते। इसलिए आपको हर दिन कुछ नया सीखना चाहिए और उसे समाज के हित में प्रयोग करना चाहिए।