नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम ने सभी धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लिया और निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को "लोकतंत्र का मंदिर" बताया है। उन्होंने कामना की है कि यह भारत के विकास पथ को मजबूत करे और लाखों लोगों को सशक्त बनाए।
नए संसद भवन (New Parliament Building) को आत्मनिर्भर भारत का मजबूत स्तंभ क्यों कहा जा रहा है? ऐसा इसलिए क्योंकि नए संसद का डिजाइन भारतीय फर्म और इसका निर्माण भी भारतीय कंपनी ने किया है।
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य विपक्षी दल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
भारत का नया संसद भवन 12 सौ करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ है। इसे रिकॉर्ड 28 महीने में बनाकर तैयार किया गया है। इस नए संसद भवन को बनाने में 60 हजार से अधिक श्रमिकों ने काम किया है।
नए भवन के निर्माण में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें मतदान में आसानी के लिए बायोमेट्रिक्स, डिजिटल लैंग्वेज इंटरप्रिटेशन, ट्रांसलेशन सिस्टम और प्रोग्राम करने योग्य माइक्रोफोन लगे हैं।
नया संसद भवन (New Parliament Building) बनकर तैयार हो चुका है और 28 मई को यह देश के नाम समर्पित हो जाएगा। इससे पहले देश ने नए संसद भवन का पहला वीडियो सामने आया है, जो बेहद आकर्षक है।
New Parliament Building: नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह का आमंत्रण बसपा अध्यक्ष मायावती ने क्यों स्वीकार किया? बसपा के सांसद भी बीजेपी के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं और नई संसद भवन के उद्घाटन को ऐतिहासिक क्षण बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को लीड करेंगे। 28 मई 2023 को नया संसद भवन देश को समर्पित कर दिया जाएगा।
भारत की नई संसद की बिल्डिंग बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को करेंगे।